
जबलपुर। कोरोना संक्रमण के चलते लोगों ने बस और ट्रेनों में सफर करने से परहेज किया। इससे दोपहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री खूब हुई। जिले के आरटीओ कार्यालय में रोजाना सैकड़ों वाहन रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंच रहे हैं। जानकारों की मानें तो यह बिक्री आने वाले कुछ महीनों में और बढ़ सकती है, साल के अंत तक पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड टूट सकता है।
वाहनों की बिक्री में आई तेजी
कोरोना का एक असर यह भी! वाहनों के रजिस्ट्रेशन का बढ़ा ग्राफ
तीन माह में एक चौथाई से अधिक- जारी वर्ष में एक जनवरी से 20 मार्च तक पिछले वर्ष की तुलना में एक चौथाई वाहनों का रजिस्टे्रशन हो चुका है। इस अवधि में आरटीओ कार्यालय में 12232 दुपहिया और 3120 चार पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया गया।
बंद हो गया था रजिस्ट्रेशन
वर्ष 2020 में मार्च में लॉक डाउन होने के चलते आरटीओ कार्यालय में भी कामकाज बंद हो गया। जुलाई से काम ने रफ्तार पकड़ी। जिसके बाद प्रतिदिन एक से डेढ़ हजार वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया गया।

वीआईपी नम्बर की डिमांड अधिक
नए वाहनों में लोग वीआईपी नम्बरों की अधिक डिमांड कर रहे हैं। इसके लिए सभी तरह के वाहनों के लिए आरटीओ की वेबसाइट में ऑनलाइन बेट लगाई जा रही है।
बिक्री का टूट सकता है इस साल रिकॉर्ड
वर्ष 2018 में कुल 75115 नए वाहन रजिस्ट्रेशन के लिए आरटीओ कार्यालय पहुंचे, तो वहीं वर्ष 2019 में यह आंकड़ा बढकऱ 78316 तक पहुंच गया। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन के चलते वाहनों के रजिस्ट्रेशन का ग्राफ 56516 तक पहुंच गया। जबकि वर्ष 2021 में 20 मार्च तक ही 16852 वाहनों का रजिस्टे्रशन हो गया है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल वाहनों की बिक्री और रजिस्टे्रशन 80 हजार से अधिक तक पहुंच सकता है।
पिछले वर्ष की तुलना में जनवरी से मार्च तक सभी प्रकार के वाहनों के रजिस्ट्रेशन का ग्राफ बढ़ा है। सर्वाधिक संख्या दोपहिया वाहन और कारों की है। साल के अंत तक वाहनों का रजिस्टे्र्रशन पिछले तीन वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है। वीआईपी नम्बरों की डिमांड अधिक है।
- संतोष पॉल, आरटीओ
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