
जबलपुर. बरगी थानांतर्गत रमनपुर रोड किनारे टेढिय़ा नाले के ढाल पर सोमवार शाम पांच बजे मिली दो युवकों की लाश मामले ने यू-टर्न ले लिया। दोनों युवकों की मौत एक्सीडेंट में नहीं अवैध तरीके से बनाए गए भूमिगत टैंक की सफाई के दौरान हुई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि टैंक में जहरीली गैस बनी होगी, जिसके चलते पहले एक युवक की और उसे बचाने पहुंचे दूसरे युवक की मौत हो गई होगी। दोनों को बाइक से वहां एक-एक कर फेंका गया था। इस पूरे मामले की जांच एएसपी सिटी अमित कुमार कर रहे हैं। मंगलवार को दोनों युवकों के परिवारजन और ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में बरगी थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। वे ढाबा संचालक पर हत्या का आरोप दर्ज करने की मांग पर अड़े थे।
वर्जन-
दोनों युवकों की मौत मामले में कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है, जिसकी जांच जारी है। परिजनों के आरोपों को भी इसमें शामिल किया गया है। शार्ट पीएम रिपोर्ट अभी नहीं मिला है। अवैध केरोसिन के प्रकरण में ढाबा संचालक और उसका भतीजा गिरफ्तार हुए हैं। शार्ट पीएम के बाद आगे कार्रवाई होगी।
अमित कुमार, एएसपी सिटी
पुलिस के अनुसार सोमवार शाम टेढिय़ा नाले के किनारे ढाबा कम डेयरी में काम करने वाले रमनपुर हुल्की निवासी बल्देव मरावी (25) और भमौड़ी सिवनी निवासी राजकुमार विश्वकर्मा की लाश मिली थी। ढलान से सटी उनकी बाइक एमपी 20 एमबी 5243 मिली थी। जिस तरह बाइक में टूट फूट नहीं मिली थी और दोनों युवकों के शरीर पर फफोले मिले थे, तब भी उनकी मौत को संदिग्ध माना जा रहा था। पुलिस की कोशिश इस मामले में शुरू से ही ढीली थी। वह उसे हादसा मान रही थी। एफएसएल टीम ने मंगलवार को घटनास्थल की जांच की। सोमवार को ही ढाबा कम डेयरी में बने भूमिगत टैंक से सेम्पल भी लिए गए थे।
मंगलवार को थाना घेरा-
दोनों की हत्या का आरोप लगाते हुए दोनों युवकों के परिवारजन और गांव के लोगों ने दोपहर में बरगी थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान परिजन सहित डेयरी में काम करने वाले कई चश्मदीद चीख-चीख कर वारदात के बारे में पुलिस को बताते रहे, लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं थी। टीआई से लेकर सभी अपनी गर्दन बचाने में जुटे रहे।

छह हजार लीटर क्षमता के दो भूमिगत टैंक बनाए हैं-
डेयरी संचालक विशाल चौकसे विकलांग है। उसने ढाबा नहीं चलने पर उसे डेयरी और केरोसिन के अवैध भंडारण का केंद्र बना रखा है। उसने दो भूमिगत टैंक बनवा रखे हैं। दोनों की क्षमता छह-छह हजार लीटर की है। यहां डिपो से निकलने वाले टैंकरों से केरोसिन खाली कराने की बात सामने आयी है। हाइवे पर चलने वाले ट्रक चालक इसके ग्राहक थे।

ढाबा संचालक गिरफ्तार-
सोमवार को ही पुलिस ने दोनों टैंक से सेम्पल लिए थे। इसके बाद पुलिस ने 40 लीटर केरोसिन की जब्ती बनाते हुए संचालक विशाल चौकसे और उसके भतीजे आदित्य उर्फ मोनू चौकसे को आरोपी बनाते हुए दोनों के खिलाफ 285, 34 आईपीसी, 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम का प्रकरण दर्ज किया था। इसी मामले में दोनों की मंगलवार शाम सात बजे गिरफ्तारी कर आनन-फानन में जेल भेज दिया।

ये सामने आई घटना-
पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि रविवार रात को बल्देव मरावी एक टैंक में सफाई करने उतरा था। काफी देर तक वह नहीं निकला तो राजकुमार विश्वकर्मा टैंक में उतरा। वह भी नहीं निकला तो टैंक का ढक्कन हटा कर कुछ देर बाद वहां काम करने वाले अन्य लोग उतरे। देखा तो दोनों टैंक में मरे पड़े थे। इसके बाद ढाबा संचालक के भतीजे आदित्य उर्फ मोनू चौकसे ने अन्य की मदद से एक-एक कर दोनों लाशों को बाइक से घटनास्थल तक ले गए और वहां नाले में औधे मुंह लिटा दिया। फिर उसकी बाइक भी वहीं ढलान से सटा कर छोड़ दिया। जिससे प्रकरण एक्सीडेंट का लगे।

जुलाई में तहसीलदार व बरगी पुलिस ने मारा था छापा
इसी ढाबे में केरोसिन की कालाबाजारी की सूचना एसडीएम रहे मृणेंद्र सिंह को मिली थी। 17 जुलाई को उन्होंने मौके पर तहसीलदार राजेंद्र शुक्ला और थाना का प्रभार देख रहे एसआई विजय धुर्वे को भेजा था। पर दोनों अधिकारी खाली हाथ लौट आए। एसडीएम को रिपोर्ट दी कि ऐसा वहां कुछ नहीं मिला। तब भी दोनों अधिकारियों की जांच को लेकर कई तरह की चर्चाएं सामने आयी थीं।

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