कोविड टेस्ट के लिए निजी लैब 2200 रुपए तक वसूल रहे, सरकार ने तय किया 1100 शुल्क

दीपंकर रॉय@जबलपुर। शहर में निजी पैथोलॉजी लैब ने आपदा में कमाई का अवसर ढूंढ लिया है। कोरोना के फिर कहर बरपाते ही मरीजों को लूटना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने निजी पैथोलॉजी के लिए प्रति कोविड टेस्ट 11 सौ रुपए शुल्क निर्धारित किया है। लेकिन छोटी से लेकर प्रतिष्ठित कंपनियों की चेन के कलेक्शन सेंटरों में भी निर्धारित शुल्क से ज्यादा शुल्क वसूला जा रहा है। कुछ निजी लैब शुल्क की दोगुनी राशि तक वसूल रहे हैं। वे रसीद देने से भी बच रहे हैं। हैरानी वाली बात ये है कि कोविड टेस्ट में अवैध वसूली खुलेआम हो रही है, लेकिन अधिकारी अचानक जांच की बजाय शिकायत आने के इंतजार में बैठे हैं।
मजबूरी का उठा रहे फायदा: हवाई यात्रा में कोविड आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट मांगी जा रही है। इसके कारण बड़ी संख्या में कोरोना संदिग्ध के अलावा यात्री भी कोविड टेस्ट करा रहे है। सरकारी अस्पतालों में कोविड जांच रिपोर्ट जल्दी प्राप्त नहीं होती है। ऐसे में लोग निजी पैथोलॉजी का रुख कर रहे हैं। मजबूरी का फायदा उठाकर निजी लैब में ज्यादा शुल्क लिया जा रहा है। इस फेर में जरुरतमंद कोरोना संदिग्ध भी अवैध वसूली का शिकार हो रहे हैं।

 

corona_new.jpg

कार्रवाई से बचने के लिए रसीद ही नहीं दे रहे : स्वास्थ्य विभाग निजी पैथोलॉजी पर कार्रवाई के लिए शुल्क रसीद मांगता है। इसके कारण निजी पैथ लैब मरीजों को कोविड टेस्ट की 11 सौ रुपए की रसीद ही देते है। बाकी अतिरिक्त शुल्क को कलेक्शन, किट, सर्विस एवं अन्य खर्च बताकर नकद वसूल रहे हैं। इसकी रसीद नहीं दे रहे हैं। यह राशि हर पैथ लैब वाले दो सौ से लेकर 11 सौ रुपए तक मनमाफिक ले रहे हैं। मिलीभगत के खेल में रसीद नहीं होने के बात कहकर अधिकारी भी कार्रवाई से बच रहे है।

दिल्ली, राजस्थान में सात सौ में जांच : निजी पैथोलॉजी में अवैध शुल्क वसूली के पीडि़तों का कहना है कि राजस्थान और दिल्ली में सात सौ रुपए में कोविड टेस्ट किया जा रहा है। इन राज्यों में प्रतिष्ठित कंपनियों के कलेक्शन सेंटर भी सात सौ रुपए जमा करा रहे हैं।


केस: 1
1300 रुपए वसूले
नेपियर टाउन निवासी एक व्यक्ति ने अपने बेटे का कोविड टेस्ट प्रतिष्ठित पैथोलॉजी के कलेक्शन सेंटर में कराया। जहां 11 सौ रुपए की रसीद दी गई। इसके अतिरिक्त 200 रुपए कलेक्शन चार्ज के नाम पर लिया गया।

केस: 2
1400 रुपए मांगे
सिविल लाइंस निवासी एक युवती ने कोविड टेस्ट के लिए एक प्रतिष्ठित कंपनी के कलेक्शन सेंटर में फोन किया। टेस्ट की दर 1400 रुपए बताई गई। घर आकर नमूना लेने पर कोई अतिरिक्त शुल्क ना लेने की बात कही।

केस: 3
2200 रुपए लिए
राइट टाउन निवासी एक व्यक्ति ने क्षेत्र में ही स्थित एक निजी पैथोलॉजी सेंटर में जाकर कोरोना जांच कराई। इसके लिए सेंटर में 22 सौ रुपए शुल्क जमा कराया गया। मांगने पर भी शुल्क की रसीद नहीं दी गई।


केस: 4
2200 रुपए लिए
नेपियर टाउन निवासी एक महिला को कनाडा जाना था। इसके लिए कोविड टेस्ट कराने गई तो रसल चौक स्थित निजी अस्पताल में जांच शुल्क 22 सौ रुपए मांगा गया। विरोध करने पर कहा गया कि इतना ही शुल्क देना होगा।


लिखित शिकायत मिलने पर जांच करेंगे
निजी पैथोलॉजी के लिए कोविड टेस्ट की दर 11 सौ रुपए निर्धारित है। इस संबंध में कलेक्टर निर्देश जारी कर चुके हैं। ज्यादा शुल्क लेने संबंधी लिखित शिकायत मिलने पर जांच एवं उचित कार्रवाई करेंगे।
- डॉ. रत्नेश कुररिया, जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://bit.ly/3fJJvXm
#jabalpur

Post a Comment

0 Comments