
जबलपुर. एक दम्पती ने हाउसिंग बोर्ड के एक अधिकारी से मिलीभगत कर मृत व्यक्ति के हस्ताक्षर कर फर्जी दस्तावेज बनाए और उसके मकान को अपने नाम पर दर्ज करा लिया। दम्पती ने मकान को बैंक में गिरवी रखकर लोन भी ले लिया। इसका खुलासा तब हुआ, जब बैंक की ओर से मृतक की पत्नी को मकान खाली करने का नोटिस पहुंचा। पीडि़ता की शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी दम्पती और एक अन्य पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया। आरोपी दम्पती को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये है मामला
ओमती पुलिस ने बताया कि महाराजपुर निवासी गीता राजपूत के पति रमेश सिंह उर्फ हेमराज ने 28 नवंबर 1988 को एमपी हाउसिंग बोर्ड से एक मकान खरीदा था। एक फरवरी 2005 को उसक पति की मौत हो गई। वर्ष 2015 में महाराजपुर ईडब्ल्यूएस निवासी नवीन झा और उसकी पत्नी ममता झा ने एमपी हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों से सांठगांठ कर उक्त मकान को अपने नाम पर करा लिया। दम्पती ने रमेश के फर्जी हस्ताक्षर कर मकान को महानद्दा स्थित सेंट्रल बैंक में गिरवी रखकर लोन ले लिया। लोन जमा नहीं हाने पर बैंक से गीता को मकान खाली करने का नोटिस पहुंचा तब फर्जीवाड़े का पता चला। जांच के बाद पुलिस ने नवीन, ममता और एमपी हाउसिंग बोर्ड के तत्कालीन अधिकारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। नवीन और ममता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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