
जबलपुर। शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है। नगर निगम के जिम्मेदार कोरोना संक्रमण रोकने के लिए एक साथ कई इलाकों में बड़ी संख्या में टीम उतारकर सेनेटाइजेशन, कीटनाशक का छिडक़ाव और फॉगिंग का दावा कर रहा है। लेकिन, सेनेटाइजेशन संवेदनशील क्षेत्रों और वीआइपी इलाकों तक ही सीमित है।
शुरुआत में दिखी थी सक्रियता
वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने पर शुरुआती तीन महीने तक निगम ने सेनेटाइजेशन को लेकर सक्रियता दिखाई थी। हर वार्ड, गली-मोहल्लों को सेनेटाइज किया गया। कोरोना संक्रमितों के घरों और हॉट स्पॉट वाले क्षेत्रों में भी सेनेटाइजशन किया गया। लेकिन, अब मैदानी स्तर पर अमले की सक्रियता नहीं दिख रही है।
सर्विस सेंटर में खड़ी रहती है मशीन
नगर निगम सीमा में 79 वार्ड हैं। इन वार्डों की सीमा लगभग डेढ़ से दो किमी है। जानकारों की मानें तो निगम के पास उपलब्ध मशीनों से यदि दिनभर सेनेटाइजशन व कीटनाशक का छिडक़ाव किया जाए तो हर वार्ड को सेनेटाइज किया जा सकता है। लेकिन, वीकल मोंट मशीन दोपहर के समय भी अक्सर निगम के सर्विस सेंटर या आसपास खड़ी रहती है।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए भीड़ वाले इलाकों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित कोरोना संक्रमितों के घरों और आसपास के क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। शिकायत वाले इलाकों में भी सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। मच्छरों के लार्वा के विनष्टीकरण के लिए फॉगिंग के साथ कीटनाशक का भी छिडक़ाव कराया जा रहा है।
- भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम
ये है निगम का दावा
2 वीकल मोंट मशीन, चार बड़ी व आठ छोटी फॉगिंग मशीन
21 दल बनाए गए हैं सेनेटाइजेशन और फॉगिंग के लिए
21 जेट मशीनों से कीटनाशक का छिडक़ाव
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