
जबलपुर। जिले में राशन की दुकानें नियम से चल रहीं हैं या नहीं। उनमें खाद्यान्न के अलावा केरोसिन व नमक के स्टॉक की क्या स्थिति है। हितग्राहियों को इसका बराबर लाभ मिल रहा है या नहीं। इन तमाम चीजों की जांच की जाएगी। कलेक्टर ने इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जिले के प्रमुख विभागों के लगभग 50 अधिकारियों को रखा गया है। उनके लिए निरीक्षण पत्रक भी बनाया गया है। उन्हें अपनी रिपोर्ट करीब सात दिनों में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को देनी है। सेल्समैन भी शिकायत करते हैं कि उन्हें बराबर आवंटन नहीं मिल रहा है।
कलेक्टर ने गठित की राशन दुकानों के निरीक्षण के लिए टीम
जांचेंगे अनाज, केरोसिन, नमक का स्टॉक
50 अधिकारी देखेंगे 450 राशन दुकानों का हिसाब
ऐसे में अब इन दुकानों की जांच की जाएगी। अभी जिले की शहरी क्षेत्र की करीब 430 दुकानों का विवरण एकत्रित किया जाएगा। जब यहां की रिपोर्ट आ जाएगी तो फिर ग्रामीण क्षेत्र के लिए भी टीम बनेगी। जिले में 900 से अधिक शासकीय उचित मूल्य की दुकानें हैं। इन सभी राशन दुकानों में में 4 लाख से ज्यादा परिवार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न के अलावा दूसरी चीजों का वितरण किया जाता है।

विभाग प्रमुख देंगे अपनी रिपोर्ट
इस काम के लिए करीब 50 विभागों के प्रमुखों को जांच का जिम्मा दिया गया है। प्रत्येक अधिकारी को नगर निगम के अंतर्गत 4 से 5 वार्ड की 10 से 12 दुकानें दी गई हैं। इनकी जांच यह अधिकारी करेंगे। इन अधिकारियों की जांच पर निगरानी रखने के लिए क्षेत्र के एसडीएम और तहसीलदारों को भी कार्य सौंपा गया है। अधिकारियों को जांच के लिए पूरा पत्रक दिया गया है। इसमें कई प्रकार के बिंदुुओं को शामिल किया गया है।
हड़ताल पर सेल्समैन
इस बीच सेल्समैन अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसें यह जांच संबंधी यह कार्य समय सीमा में पूरा होगा, इसमें संदेह है। सात फरवरी तक इसे पूरा करना है, लेकिन सेल्समैन की हड़ताल से यह काम प्रभावित होगा।
राशन दुकानों के निरीक्षण के लिए जांच दल का गठन किया गया है। इनमें विभागों के प्रमुख अधिकारी शामिल हैं। कई सारे बिंदुओं पर जांच के बाद वे सात दिनों में अपना प्रतिवेदन देंगे।
- सुधीर दुबे, प्रभारी जिला आपूर्ति नियंत्रक
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