
जबलपुर। फर्जी बही बनाने वाले गिरोह ने 17 साल में सैकड़ों अपराधियों की जमानत करा दी। इनमें से कई अपराधी ऐसे थे, जो जमानत के बाद से फरार हैं। पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड शौकत उर्फ मुन्ना, सद्दाम अली, उदय दाहिया उर्फ पप्पू, सुरेश ठाकुर उर्फ लंगड़, सलमा बी, सोहन लाल भाट और महेंद्र जायसवाल को न्यायालय में पेश किया, जहां से शौकत को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। अन्य आरोपियों को न्यायालय ने जेल भेज दिया। मामले में फरार अशरफ अली की भी पुलिस तलाश कर रही है। रिमांड खत्म होने पर शौकत को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
फर्जी बही बनाने वाले गिरोह ने किया खुलासा
17 साल में फर्जी बही से कराई गईं सैकड़ों जमानत
पुलिस को जांच में पता चला है कि कई अपराधियों की जमानत लेने वाला कोई नहीं होता था। कई अपराधी शहर के बाहर के होते थे। ऐसे अपराधियों पर इस गैंग और इससे जुड़े गिरोह के लोगों की निगाह होती थी। जैसे ही कोई ऐसा अपराधी मिलता, वहां से फर्जी बही के जरिए जमानत दिलाने का खेल शुरू हो जाता था। अपराधी फर्जी बही से इसलिए भी जमानत ले लेते थे, ताकि जमानत मिलने के बाद वे फरार हो सकें।
कॉल रिकॉर्ड खंगाले
पुलिस सभी आरोपियों की कॉल रिकॉर्ड डीटेल्स खंगाल रही है। पुलिस ने कुछ फोन नम्बर को चिन्हित किया है। उन्हें सर्विलांस पर रखा गया है। सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर के अनुसार प्राथमिक जांच में सामने आया है कि 17 साल में गिरोह ने कई अपराधियों की फर्जी तरीके से जमानत कराई। सभी अपराधियों और उनकी जमानत कराने वालों का भी पता लगाया जा रहा है।
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