
जबलपुर. समूची दुनिया को शांति, भाईचारा, सौहार्द का संदेश देने वाले यीशू का जन्मदिन तो मनाया जाएगा पर नहीं होगी धूम-धाम। क्रिसमस (Christmas Eve 2020 पर) पर चर्च सजे जरूर हैं, पूर्व संध्या पर रात में प्रार्थना भी होगी, पर आमजन की उपस्थिति के बगैर। ऐसा कोरोना संक्रमण के चलते करना पड़ रहा है।

प्रभु यीशू मसीह का जन्म उत्सव भी वैसे ही मनाया जाएगा जैसे हिंदू समाज ने भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया था। घरों में ही प्रभु यीशू जन्म लेंगे। केवल परिवारीजन ही उस उत्सव में शरीक होंगे। मन में भले उत्साह हो पर समारोह तो सादगीपूर्ण ही होगा। इस कोरोना काल में मसीही समुदाय प्रभु यीशु के जन्म उत्सव की आराधना मध्य रात्रि के स्थान पर शाम 6:30 बजे से 9:30 के मध्य करेगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जारी प्रशासनिक आदेशों का अक्षरशः पालन करने का निर्णय मसीही समुदाय ने लिया है। इसके तहत समुदाय किसी भी तरह के सार्वजनिक उत्सव का आयोजन नहीं कर रहा है। लेकिन 24 दिसंबर को विशेष आराधना, पवित्र मिस्सा बलिदान एवं प्रभु यीशू के जन्म उत्सव को पूरे भक्ति-भाव व अकूत श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा।
25 दिसंबर को सभी गिरजाघरों में प्रात: कालीन आराधना और क्रिसमस का उत्सव मनाया जाएगा। इस दिन सभी ईसाई समुदाय परिवार अपने अपने घरों में रिश्तेदारों मित्रों और परिवार के साथ पूर्ण सादगी के साथ क्रिसमस पर्व मनाएंगे। क्रिसमस पर्व पर कोरोना वायरस से प्रभावित परिवारों और इस संक्रमण से मुक्ति के लिए प्रार्थना की जाएगी। समुदाय के धर्मगुरु, प्रमुखों, बिशप पीसी सिंह मॉडरेटर सीएनआइ एवं बिशप जेराल्ड अलमेडा ने प्रत्येक मसीहीजन को क्रिसमस पर्व की बधाई देते हुए कहा है कि हमें कोरोना वायरस से विश्व को मुक्त कराने के खातिर प्रार्थना करनी चाहिए। हमें सहज रूप से प्रयास करना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति इस संक्रमण से बचा रहे। समुदाय के प्रबुद्धजनों, कैथोलिक एसोसिएशन, क्रिसमस रैली समिति के मनीष चार्ल्स नीलेश मसीह, फ्रांसिस जेवियर, शैलेंद्र सिंह डेविड फ्रांसिस, संजय मैथ्यूज फ्रांसिस जोसेफ, स्टेनली नार्बट, विनोद चैंबर्स स्टीफन मरीयान ,मनोज एंथोनी ,ज्वाय लाल ,विजय टाइटस, रविकांत शाह संजय मसीह आदि ने अपील की है कि हर कोई कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करे।
पल्ली महासचिव क्रिस्टोफर नरोंहा ने कहा है कि संत पीटर एवं पॉल महागिरजाघर में 24 दिसंबर को ख्रीस्त राजा के जन्मोत्सव पर वैश्विक कोरोना महामारी के मद्देनजर रात्रि में कोई भी धार्मिक अनुष्ठान नहीं होगा। शाम 6:30 बजे से कैरोल गान होगा, तत्पश्चात जबलपुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप जेराल्ड अलमेडा द्वारा पवित्र मिस्सा अर्पित किया जाएगा। गिरजाघर में 25 दिसंबर को प्रभु यीशू के जन्मोत्सव के दिन केवल दो मिस्सा पूजा होंगी। पहली पूजा प्रात: 8 बजे से हिंदी में, दूसरी प्रात: 9:30 बजे अंग्रेजी में। उन्होंने कहा है कि 31 दिसंबर को भी वर्ष का धन्यवादी मिस्सा सायं 7 बजे से होगा और एक जनवरी को केवल दो मिस्सा पूजा होंगी। पहला प्रात: 8 बजे से हिंदी में, दूसरी प्रात: 9:30 बजे अंग्रेजी में।
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