कोरोना ने क्रिकेट को छोड़ बाकी खेलों का भी ग्रहण कर लिया

 

शहर में खिलाड़ी
खेल- खिलाड़ी संख्या
क्रिकेट- 10,000
एथलेटिक्स- 8000
फुटबॉल- 3000
साइकिलिंग- 250
शूटिंग- 800
वूशू- 600
हॉकी- 900
कुश्ती- 2300
तीरंदाजी- 300

इंडोर गेम्स और खिलाड़ी
इंडोर गेम्स- खिलाड़ी
तलवारबाजी- 150
जिम्नास्टिक- 100
वेट लिफ्टिंग- 900
बॉडी बिल्डिंग- 4000
बॉक्सिंग- 900
कराते- 1200
बैडमिंटन- 1800
टेबल टेनिस- 600
शतरंज- 200

इंडोर स्टेडियम- रांझी और रानीताल में
खेल मैदान- रानीताल, राइट टाउन, खमरिया मैदान, शिवाजी मैदान, नीमखेड़ा स्टेडियम, पुलिस लाइन स्टेडियम, साइंस कॉलेज मैदान, महाकोशल कॉलेज मैदान, रेलवे स्टेडियम समेत सौ छोटे मैदान।

जबलपुर। कोरोना काल में जबलपुर के खिलाडिय़ों को ग्राउंड और प्रैक्टिस रिंग से दूर कर दिया है। कोच भी सीमित संख्या में ही खिलाडिय़ों को एकेडमी में प्रवेश दे रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से शहर के लगभग सभी खेल मैदानों में क्रिकेट की प्रैक्टिस करते खिलाड़ी नजर आ रहे हैं, लेकिन अन्य खेलों के खिलाड़ी अब भी प्रैक्टिस से दूर हैं। हाल ही में शहर में एथलेक्टिक से जुड़े खिलाड़ी रनिंग ट्रैक पर नजर आने लगे हैं। शहर के विभिन्न रनिंग ट्रैक पर सुबह-शाम भीड़ बढऩे लगी है। आमजन भी इन ट्रैकों पर नजर आ रहे हैं। इसके अलावा साइकिलिंग से जुड़े खिलाड़ी भी सप्ताह में कुछ ही दिन प्रेक्टिस कर रहे हैं।

शहर की कई खेल एकेडमियां एक बार फिर खुल गई हैं। इनमें पूर्व की तरह खिलाडिय़ों की एंट्री नहीं है। कुछ चुनिंदा खिलाडिय़ों को प्रेक्टिस के लिए बुलाया जा रहा है। ये भी वे ही खिलाड़ी है, जो आने वाले राज्य और राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किए जा रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए इन खिलाडिय़ों का टाइम शेड्यूल भी तय किया गया है। वर्तमान में कुछ चुनिंदा खेलों की प्रतियोगिताओं के अलावा अन्य खेलों की प्रतियोगिताएं भी नहीं हो रही हैं। इस कारण खिलाड़ी भी दिलचस्पी नहीं ले रहे है। वहीं कई खेलों के कोच अपने खिलाडिय़ों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहे हैं।

क्रिकेट में पूर्व की तरह खिलाड़ी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। प्रतियोगिताएं भी शुरू हो गई हैं। वहीं खेल मैदानों में भी क्रिकेट से जुड़े खिलाड़ी पूरी की पूरी स्टेंग्थ में नजर आने लगे हैं।
धर्मेश पटेल, सचिव, सम्भागीय क्रिकेट एसोसिएशन

चुनिंदा खिलाडिय़ों को ही एकेडमी में बुलाया जा रहा है। सभी का शेड्यूल तय है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और संक्रमण का खतरा न हो।
रिचपाल सिंह सलारिया, कोच, मप्र आर्चरी एकेडमी



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://bit.ly/2IPJ53G
#jabalpur

Post a Comment

0 Comments