
जबलपुर। मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रहे भगवत देवांगन (28) की आत्महत्या मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आ गया। छग के जंजगीर चांपा से जबलपुर पहुंचे भाईयों ने आरोप लगाया कि भगवत को पांच सीनियर छात्रों द्वारा लगातार रैगिंग कर परेशान किया जा रहा था। इसी के चलते वह डिप्रेशन में आ गया था। यहां तक कि छात्रों के बने सोशल ग्रुप में वे काफी आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए पोस्ट करते रहते थे। भगवत देवांगन ने भाईयों व परिवारजन को बताया था। पीएम के बाद भाईयों ने पुलिस और मेडिकल के डीन को लिखित शिकायत दी और फिर भगवत का शव लेकर घर को रवाना हो गए।
प्रताडऩा से परेशान हो गया था भगवत-
गढ़ा पुलिस को दी गई शिकायत में छग के जंजगीर चांपा में रहौद निवासी बड़े भाई प्रहलाद और छोटे भाई देवी देवांगन ने बताया कि तीन महीने पहले ही भाई ने पीजी आर्थोपेडिक 2020 के प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। एमबीबीएस उसने पुणे स्थित मेडिकल कॉलेज से किया था। आरोप लगाया कि भाई भगवत देवांगन को पीजी के सीनियर छात्र रैगिंग करते थे। उससे 24-24 घंटे की ड्यूटी लेते थे। उसके साथ अपशब्द भरा बुरा बर्ताव करते थे। उसे मुर्गा बना देते थे। यहां तक कि उसके साथ मारपीट भी करते थे। उनकी प्रताडऩा के चलते उसने तनाव में आकर महीने भर पहले बड़ी मात्रा में दवाएं खा ली थी। इसके बाद वह एक महीने तक परिवार के साथ रहा। तब भी उसके मोबाइल पर सीनियर छात्रों के आपत्तिजनक और हर्ट करने वाले मैसेज आते थे। 25 सितम्बर को वह जबलपुर लौटा था।
सुबह 11.30 बजे हुई थी आखिरी बात-
मेडिकल के मरचुरी में फफकते हुए बड़े भाई प्रहलाद ने बताया कि भगवत से उसकी बात सुबह 11.30 बजे हुई थी। तब उसने ड्यूटी ज्वाइन करने की बात कही थी। फिर दोपहर में 3.30 बजे के लगभग फोन किया तो कॉल रिसीव नहीं हुआ। कई बार कोशिश करने के बाद उसके दोस्त दीपांकर चंद्रकापुरी व कुछ परिचितों को कॉल कर बात कराने के लिए कहा। शाम 4.30 बजे बताया गया कि आप लोग जल्दी आ जाएं। प्रहलाद ने बयान में बताया कि उसके भाई की मौत के लिए जिम्मेदार पांचों पीजी के सीनियर छात्रों पर सख्त कार्रवाई हो, जिससे मेरे भाई की तरह किसी और उनका शिकार न बनने पाए।

छह भाई-बहनों में दूसरे नम्बर का था भगवत
पिता अमृतलाल और मां गीता देवांगन की छह संतानों में भगवत देवांगन दूसरे नम्बर का था। पिता का बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक का बड़ा व्यवसाय है। उससे बड़ा प्रहलाद और छोटे दो भाई देवी व काली हैं। वहीं दो बहनों में बड़ी सीता की शादी हो चुकी है। छोटी वैभव पढ़ाई कर रही है। उसकी मौत से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्हें विश्वास भी नहीं हो रहा है कि एक सप्ताह पहले जिस बेटे को समझा-बुझाकर भेजा था, अब वह नहीं रहा।
ये है घटना-
मेडिकल कॉलेज हास्टल नम्बर तीन में गुरुवार को पीजी छात्र भगवत देवांगन ने पंखे में रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। एक महीने पहले भी उसने ऐसा प्रयास किया था। वह डिप्रेशन में चल रहा था। गढ़ा पुलिस मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
वर्जन-
पीजी छात्र के भाईयों ने लिखित शिकायत में पीजी के पांच सीनियर छात्रों के खिलाफ प्रताडि़त करने का नामजद आरोप लगाया है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
राकेश तिवारी, टीआई गढ़ा
वर्जन-
इस मामले में कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। छात्र की आत्महत्या के मामले की पुलिस जांच कर रही है।
डॉ. पीके कसार, डीन

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