
जबलपुर। नवरात्र के दौरान भी जबलपुर शहर में राजनीतिक माहौल सरगर्म है। कारोबारी के बेटे का अपहरण और हत्या से जहां पूरा शहर गुस्से में हैं, वहीं कांग्रेस आरोप लगा रही है कि शहर में क्राइम अनकंट्रोल हो गया है। जबकि, भाजपा इस बात से नाराज है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा की एक नेत्री को मंच से आइटम कहा था। कारोबारी के बेटे की हत्या के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय का घेराव करते हुए उग्र प्रदर्शन किया। दूसरी तरफ भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ की बयानबाजी के विरोध में मौनव्रत रखा।
जबलपुर शहर के संजीवनी नगर से 13 वर्षीय आदित्य के अपहरण और हत्या के मामले में युवक कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अब जबलपुर में भी अपहरण-फिरौती का 'व्यवसायÓ शुरू हो गया है। महिलाओं के साथ अब बच्चे भी खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। अध्यक्ष शशांक दुबे ने आरोप लगाया कि प्रदेश में लगातार आपराधिक वारदातें बढ़ती जा रही हैं। अपहरण, लूट,बलात्कार, अवैध खनन, चोरी, हत्या के मामले में पुलिस कोई अंकुश नहीं लगा पा रही है। अपराधियों को खुला संरक्षण मिला हुआ है। पुलिस सिर्फ वीआइपी की आवभगत में लगी रहती है। आम लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी गई है।
नारी शक्ति का अपमान करना कांग्रेस की परम्परा
वहीं, भाजपा नेतओं ने मौनव्रत रखते हुए लिखित बयान जारी करते हुए आरोप लगाया कि नारी शक्ति का अपमान करना कांग्रेस की परम्परा रही है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश की महिला मंत्री को लेकर अशोभनीय टिप्पणी करते हैं ये शर्म की बात है। उन्हें सार्वजनिक रूप से माफ ी मांगना चाहिए। भाजपा के महिला मोर्चा ने भी विरोध प्रदर्शन किया। इसमें विधायक नंदनी मरावी, प्रदेश उपाध्यक्ष सुषमा जैन, सुधा तिवारी, इंद्रजीत कौर, वीणा जैन, लवलीन आंनद, डिम्पी विश्वकर्मा, सारिका राय, पूजा वाधवानी, अर्चना सिंह शामिल थीं।
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