
जबलपुर। मासूम आदित्य की अस्थियों का मंगलवार को विसर्जन किया गया। बेटे को आखिरी विदाई देते हुए पिता मुकेश लाम्बा सहित सभी परिजन का दुख देख वहां मौजूद लोग भी भावुक हो गए। घर में भी माहौल रुला देने वाला था। बड़ी संख्या में रिश्तेदार और मित्र पहुंचे थे। लाम्बा परिवार को आदित्य के जाने का सदमा इतना गहरा लगा है कि कोई परिजन एक-दूसरे से कुछ बोल तक नहीं पा रहे। ढांढस बंधाने पर भी सिर्फ आंसू निकलते रहते हैं। मंगलवार को ही बैंक ने प्रशसान व स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी महाराजपुर अधारताल निवासी मलय राय के परिवार को बेदखल कर नीलामी में खरीदने वाले को कब्जा दिलाया।
गिरवी था मकान, आरोपी के परिवार को मकान से बेदखल कराया
आदित्य के अपहरण में गिरफ्तार आरोपी मलय राय का मकान पंजाब नेशनल बैंक में गिरवी था। लोन जमा नहीं करने पर बैंक ने पिछले दिनों घर को नीलाम कर दिया था। एडीएम की बेदखली के बाद भी मलय का परिवार मकान खाली नहीं कर रहा था। मंगलवार को बैंक अधिकारी, अधारताल तहसील कार्यालय से राजस्व अधिकारी और अधारताल पुलिस मौके पर पहुंची। टीम ने मकान खाली कराकर खरीदने वाले को कब्जा दिलाया। अधारताल तहलसीलदार प्रदीप मिश्रा ने बताया कि एडीएम के आदेश का पालन कराने के लिए संयुक्तटीम को भेजा गया था।
दोनों का एनएसए- अपहरण के दूसरे आरोपी महाराजपुर अधारताल निवासी करण जग्गी और मलय राय पर एनएसए की कार्रवाई की गई है। जग्गी पर अवैध वसूली, आम्र्स एक्ट, मारपीट, छेड़छाड़, तोडफ़ोड़, एससी-एसटी के सात प्रकरण दर्ज हैं।

वॉयस सैम्पल का बनाना होगा डाटा बैंक
अभी तक पुलिस बदमाशों के फोटो, फिंगर प्रिंट आदि की डिटेल रखती थी। अब वायस सैम्पल का भी डाटा बैंक बनाने की जरूरत महसूस हो रही है।
जघन्य, सनसनीखेज प्रकरण में होगा चिह्नित
आदित्य की फिरौती के लिए अपहरण और मर्डर मामले को जघन्य और सनसनीखेज प्रकरण की श्रेणी में चिन्हित किया गया है। आइजी भगवत सिंह चौहान ने बताया कि इस मामले की विवेचना एसआईटी गठित कर कराई जा रही है। जल्द ही चालान प्रस्तुत कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रकरण पेश कराने की कोशिश करेंगे, जिससे आरोपियों को जल्द सजा दिलायी जा सके।
ऑडियो लीक होने की जांच
अपहरणकर्ताओं और आदित्य के पिता मुकेश लाम्बा के बीच 15 और 16 अक्टूबर को फिरौती को लेकर हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल होना जांच टीम के गले की फांस बन गया है। अब जांच कराई जा रही है कि ऑडियो किसने लीक किया? मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में क्राइम और सायबर सेल की बैठक में इसे लेकर जांच-पड़ताल हुई। आदित्य को अगवा कर दो करोड़ रुपए फिरौती मांगने वाले मुख्य साजिशकर्ता महाराजपुर अधारताल निवासी राहुल विश्वकर्मा, करण जग्गी व आदित्य तक पहुंचने की स्टोरी कम रोचक नहीं है। सायबर की मदद से सिर्फ लोकेशन मिल रही थी, आरोपी कौन हैं, यह रहस्य था। फिरौती के लिए आरोपियों की वायस रिकॉर्डिंग को अधारताल, पनागर क्षेत्र के बदमाशों को बारी-सुनाया गया, तब एक बदमाश ने वायस रिकॉर्ड की पहचान राहुल की आवाज के रूप में की। पुलिस पहले उसके घर, फिर पनागर स्थित एक बीयर दुकान पहुंची। वहां से उसे दबोचा गया।
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