
जबलपुर। शहपुरा के बिलपठार गांव से अगवा कर दो वर्षीय मासूम की हत्या की गुत्थी पुलिस अभी सुलझा भी नहीं पायी कि शनिवार को बरगी के धादरा गांव से एक और मासूम के अपहरण की खबर ने सकते में डाल दिया। चार महीने के मासूम को कोई शुक्रवार देर रात मां-पिता के बीच से उठा ले गया। देर रात डेढ़ बजे मां की नींद टूटी और बेटे को गायब पाया तो कोहराम मच गया। परिवार संग गांव वाले पूरी रात मासूम को खोजते रहे। सुबह 7.30 बजे पुलिस को खबर मिली तो हडक़म्प मच गया। 72 घंटे में दो मासूम बच्चों के अपहरण से पुलिस के खिलाफ लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
रात डेढ़ बजे देखा तो गायब था लाल
बरगी पुलिस के अनुसार टोल टैक्स के पास पहाड़ी से लगे आदिवासी बहुल धादरा गांव निवासी राजेश बरकड़े पत्थर तोडऩे का काम करता है। शुक्रवार रात 11 बजे वह टीवी देखने के बाद परछी में पत्नी किरण, चार वर्षीय बेटे अभि बरकड़े और चार महीने के रेयान बरकड़े के साथ सो गया था। डेढ़ बजे के लगभग किरण की नींद खुली तो रेयान गायब था। उसने चारों तरफ तलाश करने के बाद पति राजेश को जगाया। पति-पत्नी बेटे को तलाशने लगे। तब तक उनकी शोर सुनकर गांव के लोग भी जग गए।

50 घरों का है ये गांव
राजेश बरकड़े के घर से 500 मीटर दूर पहाड़ी है और उससे 200 मीटर दूर एक नाला निकला हो, जो आगे बरगी कैनाल में मिलता है। 50 से 60 घरों का यह गांव है। मासूम के गायब होने का शोर सुनकर पूरा गांव उमड़ आया। सभी मिलकर मासूम की तलाश में जुट गए। पहाड़ी से लेकर नाला तक तलाश कर डाले। राजेश के पिता शिवकुमार और मां मक्के के खेत में थे, वे भी पहुंचे। सुबह 7.30 बजे पुलिस को खबर दी गई।
एसपी सहित पूरा अमला पहुंचा-
जिले में अपहरण की लगातार दूसरी वारदात की खबर मिले ही एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, एएसपी अमित कुमार, शिवेश सिंह बघेल, एएसपी क्राइम गोपाल खंडेल, फारेसिंक टीम, डॉग स्क्वॉड टीम पहुंची थी।
पहाड़ी तक गया डॉग स्क्वॉड-
राजेश बरकड़े के खपरैल घर से डॉग स्क्वॉड बार-बार पहाड़ी तक गया। इसके बाद लौट आया। ऐसा दो से तीन बार हुआ। पुलिस ने पहाड़ी पर भी सर्चिंग अभियान चलाया, लेकिन मासूम का पता नहीं चला। एएसपी शिवेश सिंह बघेल ने बताया कि अपहरण का मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है। हर एंगल को जांच में लिया गया है।
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