
कोरोना वायरस के कारण हुए लंबे इंतजार के बाद स्टूडेंट्स ने रविवार को नीट एग्जाम दिया। एग्जाम सेंटर के अंदर जाते वक्त स्टूडेंट्स एग्जाम स्ट्रेस की वजह से नर्वस नजर आए, लेकिन जैसे ही बाहर निकले उनके चेहरों पर खुशी देखने को मिली। पेपर पिछले तीन वर्षों के आसान था। एग्जाम पेपर का 92 फीसदी हिस्सा NCERT पर आधारित था। इससे कट ऑफ हाई जाने की संभावना है।
बायोलॉजी (90 प्रश्न)
पेपर का लेवल एवरेज था। इसमें बॉटनी के पांच और जूलॉजी के दस प्रश्न एनसीईआरटी से एडवांस थे वहीं अन्य प्रश्न एनसीईआरटी पर आधारित थे। जूलॉजी के एक प्रश्न का दिए गए ऑप्शन्स में से कोई भी सही जवाब नहीं था, ऐसे में स्टूडेंट्स को थोड़ी उलझन हुई।
कैमिस्ट्री (45 प्रश्न)
इस पेपर का लेवल बहुत आसान था। फिजिकल कैमिस्ट्री के सवाल ज्यादा पूछे गए और ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के सवाल कम पूछे गए थे। सिर्फ दो प्रश्न ही एनसीईआरटी से अलग थे, जबकि 43 प्रश्न एनसीईआरटी पर आधारित थे।
फिजिक्स (45 प्रश्न)
यह पेपर भी एवरेज लेवल का था लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में आसान था। पूरे पेपर में से मात्र 3 प्रश्न ही एनसीईआरटी से बाहर के थे।
हाई रहेगी कट ऑफ
पेपर आसान होने के कारण कट ऑफ पिछले वर्ष से हाई रह सकती है। लास्ट ईयर कट ऑफ 582 थी, जो इस वर्ष 595 हो सकती है। वहीं 2018 की बात करें तो कट ऑफ 535 ही रही थी। एक्सपर्ट्स के अनुसार पेपर का ज्यादातर हिस्सा एनसीईआरटी आधारित था, ऐसे में जिनकी तैयारी एनसीईआरटी आधारित थी, उनके लिए पेपर बहुत आसान था। ऐसे में कट ऑफ इस बार हाई जा सकती है।
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