
जबलपुर। उधड़ी, गड्ढेदार सडक़ों की गिट्टी उछलकर राहगीरों को चोटिल कर रही हैं। सडक़ों में छाए धूल के गुबार से लोगों की आंखों में संक्रमण, जलन, लगातार आंसू आने, एलर्जी और त्वचा सम्बंधी समस्याएं हो रही हैं। बरसात में नगर की ज्यादातर सडक़ों के परखच्चे उड़ गए हैं। कोरोना संकट में लॉकडाउन के दौरान वाहन, कारखानों के बंद रहने से वायुमंडल में प्रदूषण कम होने पर दुनियाभर में क्लीन डे मनाया जा रहा है। वहीं जबलपुर में गड्ढेदार सडक़ों पर राहगीर धूलधूसरित हो रहे हैं। नगर निगम के जिम्मेदारों ने न बरसात के पहले सडक़ों की मरम्मत कराई और न ही अब सडक़ों के गड्ढे भरने में गम्भीरता दिखा रहे हैं। हालत यह है कि मेडिकल से तिलवारा मार्ग, शास्त्रीब्रिज से नवीन विद्या भवन स्कूल मार्ग, नौदराब्रिज से कन्वेंशन सेंटर होते हुए पुलिस कं ट्रोल रूम मार्ग, पंडा की मढिय़ा से पुरवा मार्ग, त्रिपुरी से पुरवा मार्ग, धनवंतरि नगर तिराहा से साईं कॉलोनी मार्ग पर वाहन से चलने लायक स्थिति नहीं है।
दुनिया क्लीन डे मना रही और शहरवासी सडक़ के गड्ढों के कारण हो रहे धूलधूसरित
मेंटेनेंस के खोखले दावे, जर्जर सडक़ों से उखड़ रहीं गिट्टी, लोगों की बढ़ी मुसीबत

अधारताल-सुहागी मार्ग
यातायात का जबर्दस्त दबाव झेलने वाले इस मार्ग में सडक़ में बड़े गड्ढे हो गए हैं। जिनके कारण वाहनों का संतुलन तो बिगड़ जाता है। धूल से लोगों को आंख और त्वचा से सम्बंधी समस्या हो रही हैं।
उखरी से यादव कॉलोनी मार्ग
मार्ग में कई स्थान पर सडक़ उखड़ गई है। वाहनों के दबाव में आकर गिट्टी उछलकर लोगों को बंदूक की बुलेट की तरह लग रही है। इससे लोग घायल हो रहे हैं। इतना ही नहीं मार्ग में बगैर चश्मा पहने दोपहिया वाहन से आवाजाही मुश्किल हो रही है।
स्टेट बैंक चौक से विजय नगर
स्मार्ट सडक़ का निर्माण कार्य छह महीने से ज्यादा समय से जारी है। काम अब तक पूरा नहीं हो सका है, इसके कारण मार्ग में धूल का गुबार छाया रहता है। वहीं, दीनदयाल चौक से विजय नगर मार्ग पर सडक़ जर्जर है।
नगर में सडक़ों की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेंगे। नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित करेंगे कि सडक़ों की अविलम्ब मरम्मत कराई जाए।
- महेशचंद्र चौधरी, सम्भागायुक्त व प्रशासक नगर निगम
लगातार धूल के सम्पर्क में आने पर लोगों को एलर्जी, आंखों में जलन, लगातार आंसू आने जैसी समस्याएं होने के मामले सामने आ रहे हैं। कई मामलों में तो लोगों को पंद्रह दिन से लेकर एक महीने तक भी समस्या का सामना करना पड़ता है।
- डॉ. नवनीत सक्सेना, नेत्र रोग विशेषज्ञ
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://bit.ly/329VXZa
#jabalpur
0 Comments