
जबलपुर। अपराधियों की हिमाकत तो देखिए कि जबलपुर की 24 साल की विवाहिता का अपहरण कर 90 हजार में बेच दिया। यह खबर फैली तो हर कोई सन्न रह गया। जबलपुर के संजीवनी नगर थानांतर्गत निवासी विवाहित युवती को मानव तस्करी करने वाले गिरोह ने अगवा किया और फिर उसे टीकमगढ़ में बेच दिया। वहां उसे खरीदने वाले आरोपी ने 15 दिनों तक बंधक बनाकर रखा। उसके चंगुल से छूटकर युवती किसी तरह घर पहुंची और आपबीती सुनाई। पति के साथ वह संजीवनी नगर थाने पहुंची। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए किशोरी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
संजीवनी नगर टीआई भूमेश्वरी चौहान ने बताया कि विवाहित युवती की एक तीन वर्ष की बेटी है। बीते 24 जुलाई को वह पैसे निकालने धनवंतरी नगर स्थित बैंक गई थी। वहां से घर लौटते समय उसी की मोहल्ले में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी भूकम्प कॉलोनी निवासी सुनील रजक के साथ मिली। दोनों कार से थे। किशोरी ने महिला को घर छोडऩे की बात कह कार में बिठा लिया। दोनों युवती को उसके घर के बजाय गलियों से होते हुए कहीं और ले जाने लगे। युवती ने कार से कूदने का प्रयास किया, तो किशोरी और सुनील ने उसकी बेटी की हत्या की धमकी दी। दोनों उसे तेजगढ़ दमोह रोड स्थित जंगल ले गए। वहां उसे हाथीघाट हरदुआ तेजगढ़ निवासी नरेंद्र उर्फ नारायण सिंह लोधी और टीकमगढ़ निवासी दशरथ लोधी मिले। किशोरी और सुनील ने युवती को उनके हवाले कर दिया। वहां युवती ने शोर मचाया तो फिर उसकी बेटी को मारने की धमकी देकर चुप करा दिया। दशरथ सिंह लोधी ने युवती को बताया कि वह उसे 90 हजार रुपए में खरीदा है। दोनों उसे बेडिय़ा गांव ले गए।
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