स्टे इन इंडिया और स्टडी इन इंडिया के लिए सेज यूनिवर्सिटी की अनूठी पहल

पढ़ाई के लिए विदेश जाने के इच्छुक छात्रों के लिए भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्टे इन इंडिया और स्टडी इन इंडिया का नया नारा दिया है। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए विदेश जाकर पढ़ाई करना एक सुरक्षित विकल्प नहीं है। कई पेरेंट्स अपने बच्चों को विदेश भेजने से डर रहे हैं और भारत में ही अच्छी यूनिवर्सिटीज और कॉलेज की तलाश कर रहे हैं। हालांकि हमारे देश में भी एक से बढ़कर एक यूनिवर्सिटी और एजुकेशन इंस्टीट्यूट मौजूद हैं, जहां विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए कोर्सेस डेवलप किए गए हैं। मध्यभारत के अग्रणी सेज ग्रुप ने सरकार की इस मुहिम को साकार करने का बीड़ा उठाया है। सेज यूनिवर्सिटी में विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के साथ ही इंडस्ट्री की आज और भविष्य की डिमांड को पूरा करने के लिए नए-नए कोर्सेस डेवलप किए गए हैं वहीं हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के साथ भी करार किया है। इस बारे में सेज ग्रुप की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर साक्षी अग्रवाल के साथ हमारी टीम ने खास बातचीत की और जाना कि कोविड-19 के इस दौर में भारत और खासतौर पर मध्यभारत के छात्रों के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना करने और विश्व स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए क्या विकल्प हैं।

सेज ग्रुप की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर साक्षी अग्रवाल के साथ खास बातचीत:

प्रश्न- 10वीं और 12वीं के रिजल्ट आ गए हैं। आगे की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स और उनके माता-पिता को क्या सलाह देना चाहेंगी?

साक्षी अग्रवाल- साल 2020 अनिश्चितताओं से भरा हुआ है। 12 वीं के बाद आगे की पढ़ाई और करियर को लेकर भी स्टूडेंट्स के मन में काफी दुविधा है। मैं इन स्टूडेंट्स और इनके माता-पिता को यही सलाह देना चाहूंगी कि आप लोग अपने देश और यहां के एजुकेशन सिस्टम पर भरोसा बनाकर रखिए। भारत की यूनिवर्सिटीज स्टूडेंट्स को विश्व स्तरीय शिक्षा, रिसर्च के अवसर और प्लेसमेंट प्रदान करने में सक्षम हैं। भारतीय यूनिवर्सिटीज भी आज दुनिया की बेस्ट लर्निंग प्रोसेस को अपना रही हैं और किसी से कम नहीं हैं। 10th और 12 th के बाद आप लोगों को ये देखना है कि आपके इंट्रेस्ट क्या हैं और देश की कौन सी यूनिवर्सिटी आपके इंट्रेस्ट को और बेहतर उभार सकती है। जो मध्यप्रदेश से हैं उनको मैं बताना चाहूंगी कि आप मध्यप्रदेश की यूनिवर्सिटीज को एक्सप्लोर क्यों नहीं करते। यहां पर भी आपकी रुचि के मुताबिक एक से बढ़कर एक एडवांस कोर्सेस उपलब्ध हैं।

प्रश्न- सेज द्वारा किस प्रकार के कोर्सेस लॉन्च किए गए हैं जो स्टूडेंट्स को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दक्ष बना सकते हैं।

साक्षी अग्रवाल- सेज में हमारा फोकस है कि हमारे जो स्टूडेंट्स हैं उनको हम सबसे अच्छा कैसे बना सकते हैं ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना कर सकें साथ ही इंडस्ट्री की आज और बीस साल बाद की भी डिमांड को पूरा कर सकें। हम इंजीनियरिंग से लेकर एग्रीकल्चर, डिजाइनिंग आर्किटेक्चर, लॉ, बायो साइंसेस, फोरेंसिक साइंसेस, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, बीबीए, एमबीए, बिजनेस एनालिटिक्स जैसे दर्जनों कोर्सेस और प्रोग्राम्स ऑफर करते हैं जो इंडस्ट्री की डिमांड के हिसाब से डिजाइन किए गए हैं। हम लोग बीटैक, एम टैक और पीएचडी प्रोग्राम्स भी देते हैं। हमारे अधिकांश कोर्सेस में इंडस्ट्री टाई अप्स हैं। इंडस्ट्री में जो बदलाव होते हैं उनके साथ हम अपने कोर्सेस में सुधार करते जाते हैं।

प्रश्न- आज के समय में पढ़ाई के बाद बड़ा सवाल अच्छे प्लेसमेंट का होता है। प्लेसमेंट के लिए सेज यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स की कैसे मदद करती है?

साक्षी अग्रवाल- हमारे कोर्सेस देश और दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट दिलाने के साथ ही स्टूडेंट्स में आंत्रप्रेन्योरशिप स्किल डेवलप करने में मददगार हैं। सेज यूनिवर्सिटी ने देश और दुनिया की जानी मानी कंपनियों के साथ टाई अप किया है ताकि इंडस्ट्री के लोग यहां आकर स्टूडेंट्स को पढ़ाएं और यहां से ही वो लोग प्लेसमेंट भी ले जाएं। जैसे हुवाई, सनस्टोन, माइक्रोफोकस, अमेज़ॉन एडब्लूएस, एप्पल, रेडहार्ट टेक्नोलॉजीस इत्यादि। इन सबसे हम सर्टिफिकेशन प्रोवाइड करते हैं। इन कोर्सेस के लिए हम स्टूडेंट्स को कमर्शियल साइट्स और इंडस्ट्रीज का विजिट भी कराते हैं और इंटर्नशिप भी कराते हैं जहां पर वे थ्योरी के साथ ही इंडस्ट्री लर्निंग और प्रैक्टिकल नॉलेज भी प्राप्त करते हैं। इन इंडस्ट्रीज टाई अप से स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री के एक्सपोजर पर आधारित एक स्ट्रॉन्ग एकेडेमिक बैकग्राउंड मिलता है जिसकी वजह से उन्हें अच्छा प्लेसमेंट मिलने में आसानी होती है। हमारी प्लेसमेंट सेल स्टूडेंट्स के लिए उनके स्किल के मुताबिक अपार्चुनिटी खोजने से लेकर कैंपस सिलेक्शन अरेंज करने और उन्हें ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के लिए तैयार करने में भी मदद करती है।

प्रश्न- आपने कई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज के साथ टाई-अप किया है, ये टाई अप स्टूडेंट्स के लिए किस तरह फायदेमंद हैं, इसके अलावा और किस-किस तरह के स्किल्ड प्रोग्राम हैं जो स्टूडेंट्स को फायदा पहुंचा रहे हैं।

साक्षी अग्रवाल- सेज यूनिवर्सिटी ने यूएसए, लंदन और ताईवान जैसे देशों में कई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के साथ टाई अप किया है। इनके साथ हम नॉलेज शेयरिंग, रिसर्च कोलैबरेशन, समर क्लासेस करते हैं सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए ही नहीं बल्कि टीचर्स के लिए भी। स्टूडेंट्स इन यूनिवर्सिटीज में जाकर कुछ समय वहां पढ़ाई कर सकते हैं, इंटर्नशिप कर सकते हैं या फिर यहीं यूनिवर्सिटी में बैठे-बैठे ही ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पूरे वर्ल्ड की एक्सपर्टीज पा सकते हैं। नई टेक्नोलॉजी और स्किल डेवलपमेंट के लिए हमारे पास डेटा साइंस, मशीन लर्निंग और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के लिए वर्ल्ड क्लास एप्पल सर्टिफाइड लैब है, रेड हार्ट लैब है, अमेज़ॉन एडब्लूएस लैब है, आईयूटी में क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी है जो स्टूडेंट्स में एडवांस ग्लोबल स्किल डेवलपमेंट के लिए मददगार हैं।

प्रश्न- आपने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के साथ भी ऑनलाइन लर्निंग को लेकर टाई-अप किया है, उसके बारे में बताइए?

साक्षी अग्रवाल- हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के साथ ऑनलाइन लर्निंग का टाई अप होना एक इंडियन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन के रूप में सेज ग्रुप की बहुत बड़ी उपलब्धि है और हम हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के बहुत शुक्रगुजार हैं। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा खासतौर पर सेज एल्युमनाई, सेज स्टूडेंट्स और सेज फैकल्टी मेंबर्स के लिए तेरह ऑनलाइन कोर्सेस प्रोवाइड किए जा रहे हैं। हार्वर्ड जाए बिना हार्वर्ड की फैकल्टीज से पढ़ने के लिए सेज स्कॉलरशिप के जरिए स्टूडेंट्स इसका लाभ ले सकते हैं।

प्रश्न- कोरोना काल में सेज यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रों के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं जिससे कि वो सुरक्षित भी रहें और अपना एजुकेशन का स्तर भी ऊपर रख सकें।

साक्षी अग्रवाल- कोरोना ने पूरी दुनिया के एजुकेशन सिस्टम को बदलकर रख दिया है और नई रणनीतियां बनाने पर मजबूर किया है। हमारे लिए भी संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं। हमने लॉकडाउन के बाद से ही पूरे कोर्सेस के टाइम टेबल ऑनलाइन बना लिए। स्टूडेंट्स के लिए जो ऑफलाइन शेड्यूल था उसे ऑनलाइन कर दिया ताकि वे घर पर रहकर ही पढ़ाई कर सकें। प्लेसमेंट और इंटरव्यू के लिए भी हमने ऑनलाइन व्यवस्थाएं की हैं। हमारा प्रयास हर कीमत पर अपने स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास एजुकेश प्रदान करना है। सेज के इंस्टीट्यूशन्स में पास इस समय 18 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। 50 हजार से ज्यादा एल्युमनाई हैं, 3500 से ज्यादा स्टाफ है। लॉकडाउन के दौरान हमने इन सबका मॉरल बनाए रखने के लिए कई ऑनलाइन सेमिनार्स किए जिनमें देश और दुनिया के जाने-माने स्पीकर्स ने अपने अपने विषय पर व्याख्यान दिए। वहीं हमने अपने लोगों के लिए स्किल डेवलपमेंट के ऑनलाइन प्रोग्राम्स भी आयोजित किए ताकि वे लॉकडाउन के दौरान कुछ नया सीख सकें। कोविड की वजह से हमने अपने आप को रोका नहीं बल्कि और आगे बढ़ने का प्रयास किया है। हमारी तरक्की के पीछे हमारे स्टूडेंट्स, एल्युमनाई, फैकल्टीज, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और हमारे शुभचिंतकों का प्यार और शुभकामनाएं हैं।



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