
जबलपुर. जिले के सिहोरा क्षेत्र में रसोई गैस का सिलेंडर फटने से 40 वर्षीय महिला के चीथड़े उड़ गए। सिलेंडर फटने की तेज आवाज से पूरा गांव दहशत में आ गया। लोग भाग कर घटना स्थल पर पहुंचे तो वहां का नजारा देख कर हतप्रभ रह गए। आनन-फानन में पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह आग पर काबू पाया।
बताया जा रहा है कि महगवां निवासी ललीबाई ठाकुर (40 वर्ष) पति हिम्मत सिंह ठाकुर के साथ उस मकान में रहती थी। उसकी अपनी कोई औलाद नहीं थी। पति हिम्मत सिंह दिहाड़ी मजदूर है। वह सुबह ही काम पर चला गया था। ललीबाई ही घर में थी। वैसे उसी घर में उसके सास-ससुर, देवर-देवराई और देवर के बच्चे भी रहते हैं। लली और हिम्मत की शादी के 22 साल हो गए थे लेकिन दोनों के बीच कभी कोई विवाद नहीं हुआ। औलाद न होने के बाद भी दोनों खुश थे।
लली के ससुर रमेश ठाकुर के मुताबिक दोपहर में एक-दो बजे के बीच में वह खाना खाकर निकला, तभी जोरदार धमाका हुआ। बहू के कमरे से आग की लपटें उठने लगी। धमाके की आवाज सुनकर गांव के लोग भी दौड़ कर पहुंचे। गांव वालों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें उठती रहीं। चार किमी दूर सिहोरा से पहुंचे फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग बुझाई।
लली बाई को उज्जवला योजना के तहत गैस का कनेक्शन मिला था। आग बुझने के बाद लोग पहुंचे तो मलबे में गैस चूल्हे के पास ही उसकी क्षत-बिक्षत लाश पड़ी थी। हादसे की खबर पाकर सिहोरा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। फटा सिलेंडर भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। हादसे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई। फिर भी प्रथम द्रष्ट्या ये साबित हो रहा है कि वह चूल्हा के पास ही कुछ काम कर रही थी। अब सिलेंडर में आग कैसे लगी, विस्फोट कैसे हुआ ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा।
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