
जबलपुर। शाला सुरक्षा अंतर्गत बनाया गया एप सरकारी स्कूलों में आपातकालीन स्थिति में छात्रों की सुरक्षा के लिए मदद करेगा। एक तरह से यह छोटा डॉक्टर की भूमिका के रूप में उनके पास मौजूद रहेगा। आपदा के दौरान जीवन बचाने में मददगार बन सकेगा। नेशनल डिजॉस्टर मैनेजमेंट अॅथारिटी, इंडियन रेडक्रास सोसायटी और स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से इसे तैयार किया गया है। इसे स्कूलों के हर छात्र और शिक्षक तक पहुंचाने की तैयारी स्कूल शिक्षा विभाग कर रहा है। इस मोबाइल एप को फस्र्ट एड टीचर्स एंड स्टूडेंट्स फास्ट नाम दिया गया है।
कई तरह की मदद- आपात स्थिति में क्या आसान कदम उठाना चाहिए। प्राथमिक तौर पर उपचार करने से लेकर एम्बुलेंस बुलाने, इमरजेंसी नम्बर आदि की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। राज्य शिक्षा केंद्र ने प्रदेश के सभी जिलों को एप के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर जोर दिया है।
आपातकालीन चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए इस एप को तैयार किया गया है। कई बार शहर अथवा गांव में बच्चों को प्राथमिक उपचार, सलाह मिलनी कठिन हो जाती है। ऐसे में यह जीवन रक्षक की तरह काम करेगा। छात्रों, शाला प्रबंधन समितियों, शिक्षकों को भी इसकी जानकारी दे रहे हैं।
- डीके श्रीवास्तव, सहायक परियोजना समन्वयक
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