
जबलपुर। नर्मदा जयंती पर ट्रैफिक जाम न हो, इसके लिए जगह-जगह बेरीकेटिंग की गई, पुलिस बल तैनात किया गया, अधिकारी जवान अलर्ट मोड पर थे, इसके लिए दोपहर के वक्त कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा स्वयं ग्वारीघाट पहुंचे, लेकिन देर शाम के बाद हालात खराब होना शुरू हो गए और रात साढ़े आठ बजे के बाद रामपुर से ग्वारीघाट तक दमघोंटू लग गया। हजारों दोपहिया और चारपहिया वाहन एक दूसरे के पीछे फंस गए। कानफोड़ू हॉर्न और दमघोंटू धुएं से लोग हलाकान हो गए।
रामपुर से लेकर ग्वारीघाट तक घंटो फंसे रहे वाहन
आखिर व्यवस्थाएं चरमरा गईं, रात में लगा लम्बा जाम
डायवर्ट नहीं किया, वाहनों को दिया प्रवेश
पुलिस हर साल ग्वारीघाट से वापस लौटने वाले वाहनों को भटौली से तिलहरी मार्ग पर डायवर्ट करती थी, लेकिन इस बार पुलिस अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया। इसके अलावा सभी चार पहिया वाहनों को रामपुर से ग्वारीघाट की ओर जाने दिया गया। रास्ते में चल रहे विभिन्न आयोजनों की वजह से वाहन एक के पीछे एक फंसे और फिर जाम लग गया।
500 की तैनाती, फिर भी नाकामी
ट्रैफिक समेत सुरक्षा व्यवस्था सम्भालने के लिए रामपुर से लेकर ग्वारीघाट तक लगभग पांच सौ से अधिक पुलिस अधिकारियों और जवानों को तैनात किया गया, लेकिन जाम के हालात बने, तो एक भी अधिकारी कर्मचारी व्यवस्थाओं को सुधारने का प्रयास करता नजर नहीं आया।
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