
जबलपुर। स्वामी श्यामदेवाचार्य ने रेल मंत्री पीयूष गोयल के नाम एक पत्र लिखा है। जिसमें जिक्र किया गया है कि जबलपुर पर्यटन के क्षेत्र में तरक्की कर सके इस दिशा में रेलवे को काम करना चाहिए। यहां के जनप्रतिनिधियों को भी बराबर नेतृत्व नहीं मिल पा रहा है। कई सालों से जबलपुर के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कई गाडियां आज भी जबलपुर से चल तो रही हैं, लेकिन उनकी पहचान जबलपुर से नहीं हो पा रही है। कुछ ऐसी गाडिय़ों को चलाने की जरूरत भी महसूस हो रही है, जिससे जबलपुर सीधे प्रमुख तीर्थ और धार्मिक स्थलों से जुड़ सके।
स्वामी श्यामदेवाचार्य ने रेल मंत्री को लिखा पत्र
जबलपुर को पहचान दिलाने वाले स्थानों के नाम पर ट्रेन संचालन के लिए आग्रह
मिला था आश्वासन
जबलपुर में प्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा संदेश यात्रा का आयोजन ग्वारीघाट में किया गया था। जिसमें रेलमंत्री ने आश्वासन दिया था कि जबलपुर के लिए जो भी जरूरी होगा, वह किया जाएगा। इसी तारतम्य में ये पत्र लिखा गया है।
पत्र में ये मांग
पत्र में लिखा गया है कि ओवर नाइट एक्सप्रेस को धुंआधार (भेड़ाघाट) एक्सपे्रस किया जाए। जबलपुर-नागपुर एक्सप्रेस को जाबालिपुरम् एक्सप्रेस किया जाए। जबलपुर-कोटा एक्सप्रेस को त्रिपुर सुंदरी एक्सप्रेस किया जाए। जबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस को संस्कारधानी एक्सप्रेस और जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस को गोंडवाना एक्सप्रेस के नाम से चलाया जाए। इसी तरह पत्र में रेल मंत्री से आग्रह किया गया है कि जबलपुर से दो नई ट्रेन हरिद्वार (रानी दुर्गावती एक्सप्रेस) और जगन्नाथ पुरी (नर्मदा सागर एक्सप्रेस) प्रारंभ की जाए।
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