
जबलपुर. एक तरफ किसानों के मुद्दे को लेकर पूरे देश में माहौल गर्म है। वहीं प्रदेश के किसानों को बिजली सब्सिडी की रकम उनके खातों में भेजने की बजाया उनके मोबाइल पर भेजा जा रहा Happy republic day message. इससे किसान परेशान भी हैं और गुस्से में भी।
दरअसल बिजली कंपनी अभी तक किसानों के खाते ही नहीं खुलवा सकी है। ऐसे में सब्सिडी की रकम पहुंचे भी तो कहां पहुंचे। उधर बैंक प्रबंधन भी किसानों का खाता वर्चुअली खोलने में तकनीकी दिक्कत बता रहा है।
बता दें कि सूबे के किसानों को बिजली की सब्सिडी देने की योजना के तहत प्रयोग के तौर पर पहले तीन जिलों का चयन किया गया है। इसमें विदिशा, झबुआ और शिवनी जिला शामिल है। लेकिन अब तक केवल विदिशा के किसानों को ही बिजली सब्सिडी की रकम उनके खातों में पहुंची है। ऐसे में अन्य दो जिलों में शिवनी भी है के किसान बेहद परेशान हैं।
बताया जा रहा है कि जिस बैंक के साथ किसानों के खाते खोलने का करार हुआ है उसकी तरफ से देरी हो रही है। इधर पूर्व क्षेत्र कंपनी की तरफ से पूरी तैयारी हो चुकी है। सिवनी के करीब 51750 किसानों के खाते में सब्सिडी भेजी जानी है इसलिए उनके मोबाइल पर वक्त पर मैसेज पहुंचाने के लिए कंपनी स्तर पर टेस्टिंग की जा रही है। इसमें नववर्ष के दौरान भी किसानों के मोबाइल पर संदेश भेजे गए थे। अब गणतंत्र दिवस पर सभी किसानों के मोबाइल पर बधाई संदेश देकर जांच की गई। इसमें करीब 1100 उपभोक्ता के मोबाइल फोन बंद मिले हैं जिनके नंबर बदले जाने हैं। इन्हें संदेश नहीं मिला है। जिन किसानों के नंबर बंद है बिजली कंपनी उनसे नए नंबर लेगी ताकि डेटा अपडेट किया जा जा सके।
बता दें कि सरकार बिजली बिल में किसानों को 90 फीसद सब्सिडी देती है। शेष 10 फीसद का बिजली बिल किसानों को जमा करना होता है। ऐसे में अब सरकार 10 फीसद बिल भरने के बाद ही किसानों की सब्सिडी जारी करेगी। इसके लिए हर किसान का वर्चुअल खाता खुलेगा। किसान जैसे ही 10 फीसद राशि जमा करेगा सरकार सब्सिडी की राशि किसान के खाते में डाल देगी। इस राशि को पावर मैनेजमेंट कंपनी अपने खाते में लेकर वितरण कंपनियों को देगी। किसान उक्त खातों से कोई राशि का आहरण नहीं कर पाएगा।
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