
जबलपुर। शासन की गाइडलाइन के अनुसार जिले में बाहरी राज्यों से पोल्ट्री उत्पादों पर बंदिश लग गई है। पोल्ट्री संचालक अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं। उन्होंने अपने फार्म के नजदीक साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है ताकि किसी प्रकार का संक्रमण नहीं फैले। यही नहीं बर्ड फ्लू को ध्यान में रखते हुए शहर के बड़े ब्रायलर और अंडा के थोक डीलर्स ने दक्षिण भारत सहित दूसरी जगहों से पोल्ट्री उत्पाद मंगाना बंद कर दिया है। हालांकि इन उत्पादों में फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है।
पोल्ट्री उद्योग के मामले में जबलपुर प्रदेशभर में शीर्ष पर है। बड़ी तादाद में लोग इस व्यवसाय को करते हैं। यही नहीं यह रोजगार का भी बड़ा जरिया है। बताया जाता है कि जिले में 100 से अधिक बड़े ब्रायलर फार्म है। 35 से 40 के बीच लेयर फॉर्म हैं जहां पर अंडा का उत्पादन होता है। न केवल जिला बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी यहां से सप्लाई होती है। जानकारों ने बताया कि साफ-सफाई के मामले में यहां का प्रोटोकॉल अन्य जगहों की अपेक्षा बेहतर रहता है।
स्थानीय उत्पादों की आपूर्ति
बड़े टे्रडर्स के द्वारा आगामी दिनों के लिए बाहरी माल नहीं बुलाने के निर्णय से अब स्थानीय स्तर पर उत्पादित उत्पादों की सप्लाई जिले में की जा रही है। इससे संक्रमण की चेन भी तोडऩे में मदद मिलेगी। जानकारों ने बताया कि जिले में व्यापक पैमाने पर अंडा और ब्रायलर का उत्पादन होता है। रोजाना 8 से 10 लाख अंडा की पैदावार यहां पर होती है। 15 से 18 हजार प्रतिदिन ब्रायलर तैयार होते हैं। हाइ प्रोटीन होने के कारण शहर और आसपास इन उत्पादों की मांग रहती है।
प्रशासन ने की थी बैठक
प्रशासन ने हाल में पोल्ट्री संचालकों की बैठक की थी। इसमेंं उनके द्वारा पूरी सतर्कता बरतने की बात कही गई थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए फॉर्म संचालक एवं टे्रडर्स ने अपना प्रोटोकाल बना लिया है। इसलिए फॉर्म और आसपास सेनिटाइजेशन पहले की तुलना मेंं ज्यादा हो गया है। प्रशासन ने बैठक में कहा था कि जिले में बर्ड फ्लू नहीं है फि र भी जिले के कुक्कुट पालको व व्यवसायियों को पोल्ट्री फ ार्मो में साफ. सफ ाई बरतना आवश्यक है। बैठक में बताया गया कि आवश्यक सावधानी रखते हुए कुक्कुट उत्पादों को अच्छे से पकाकर उपयोग में लाने से संक्रमण का खतरा नहीं होता है।
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