
जबलपुर. Asha worker के प्रशिक्षण केंद्र में धर्मांतरण की साजिश, खुफिया तंत्र अलर्ट हो गया है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने भी जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि इस मसले पर सभी एजेंसियां हैरत में हैं। इस बीच विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि आशा कार्यकर्ता प्रशिक्षण की आड़ में धर्मांतरण की साजिश की जा रही है। महासभा के अध्यक्ष विकास कुमार खरे का आरोप है कि जमतरा गौर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में धर्मांतरण के लिए चंगाई सभा का आयोजन किया जाता है।
बताया जा रहा है कि धर्मांतरण के मुद्दे पर खुफिया एजेंसियों के अधिकारी गुपचुप तरीके से प्रशिक्षण केंद्र तक पहुंचे और आसपास के लोगों से चर्चा कर धर्मांतरण के आरोपों के बाबत जानकारी हासिल की। लोगों ने बताया कि जिस जगह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाता है वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहते हैं। प्रशिक्षण केंद्र तक पहुंचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के लिए भी आसान नहीं है। उन्हें भी कड़ी जांच पड़ताल से गुजरना पड़ता है।
सेंट नार्बट चर्च में सरकारी खर्च पर आशा प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुद्दे को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई है। अधिकारी जवाब नहीं दे पा रहे हैं कि शहर से कई किलोमीटर दूर इस चर्च में सरकारी खर्च पर प्रशिक्षण कार्यक्रम क्यों चलाया जा रहा है। जबकि शहर के इंदिरा मार्केट क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का संभागस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र मौजूद है।
इस बीच आशा कार्यकर्ताओं की भर्ती में फर्जीवाड़ा भी सामने आ चुका है। बताया जा रहा है कि जिन अधिकारियों पर फर्जीवाड़ा के आरोप लगाए गए थे, उन्हीं की साठगांठ से शहर से दूर चर्च की आड़ लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए जगह चिन्हित की गई। किन परिस्थितियों में चर्च को प्रशिक्षण केंद्र के लिए चयनित किया गया इसका पता लगाया जाना आवश्यक है।
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