
जबलपुर। नगर निगम कर्मी अरविंद सिंह राजपूत की हत्या उसकी पत्नी मनीषा उर्फ बबली ने प्रेमी खेमचंद और रिश्ते के भाई प्रदीप उर्फ विक्की के साथ मिलकर की थी। किसी को संदेह न हो इसलिए उसने अपनी जान देने की भी कोशिश की। वह पति की मौत के बाद अनुकम्पा नियुक्ति पाकर प्रेमी के साथ जीवन बिताना चाहती थी। लेकिन, कॉल रिकॉर्ड डिटेल्स ने साजिश से पर्दा उठा दिया। पुलिस ने महिला और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी प्रेमी फरार है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
निगम कर्मी हत्याकांड का खुलासा : अनुकम्पा नियुक्ति पाना चाहती थी महिला
प्रेमी और भाई के साथ मिलकर कराई पति की हत्या, 2 गिरफ्तार
मामले की जांच कर रहे केंट थाना प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि कुछ समय पूर्व मनीषा की पहचान फेसबुक के जरिए छतरपुर के बेनीहार गांव निवासी खेमचंद यादव उर्फ राज से हुई। मनीषा ने उसे बताया कि उसका पति उससे 20 साल बड़ा है। इसलिए उसने पति को रास्ते से हटाने और अनुकम्पा नियुक्ति पाने के लिए हत्या की साजिश रची।
जहर देने की थी साजिश
खेमचंद 21 जनवरी को सुबह आठ बजे ट्रेन से जबलपुर आया। खेमचंद, मनीषा और उसके रिश्ते का भाई सिविल लाइंस उपहार अपार्टमेंट निवासी प्रदीप ठाकुर उर्फ विक्की पंडा टैगोर उद्यान के पास मिला। तीनों ने पहले प्रसाद में जहर मिलाकर अरविंद की हत्या की साजिश रची।
मनीषा ने पति को बताया था कि खेमचंद उसके दूर के रिश्ते का जीजा है। साजिश के तहत मनीषा ने अरविंद को फोन पर खेमचंद के शहर आने की जानकारी दी। कहा कि वह उससे मिल ले। अरविंद काम खत्म होने के बाद ऑफिस से स्टेशन गया। वहां से खेमचंद के साथ सदर गया, जहां दोनों ने शराब पी। अधिक शराब पीने के कारण अरविंद गिर गया। इसके बाद खेमचंद ने उसके सिर पर पत्थर पटक कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद खेमचंद ने मनीषा को हत्या की जानकारी दी और चित्रकूट एक्सप्रेस से बाहर चला गया।
ये है मामला
सरकारी कुआं निवासी अरविंद सिंह राजपूत नगर निगम के अधारताल स्थित जोन कार्यालय में काम करता था। 21 जनवरी को सदर स्थित मुर्गी मैदान में उसका शव मिला था। सिर पर पत्थर पटककर उसकी हत्या की गई थी। केंट पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया था।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://bit.ly/3td1Wbs
#jabalpur
0 Comments