इस आदमी ने दो महीने पहले शुरू किया बिजनेस, कर ली एक करोड़ से ज्यादा की कमाई

जबलपुर। उखरी चौक के पास शिवम कॉम्प्लेक्स में ब्रेल लिपि में किताब बनाने के नाम पर ‘जबलपुर बुक पब्लिेकशन’ का संचालन करने वाले कुमार शानू ने लोगों से करीब एक करोड़ रुपए की ठगी की है। आरोपी शानू ने दो माह पहले यह फर्जीवाड़ा शुरू किया। जब लोगों की संख्या बढ़ती गई, तो उसने अपनी कंपनी की फ्रेंचायजी देने तक का प्लान बना लिया था। वह इसके लिए निवेशकों की तलाश कर रहा था। मामला उजागर होने के बाद से ही आरोपी फरार है और उसका फोन बंद है। पुलिस को उसकी लोकेशन का पता नहीं चल रहा है। पुलिस ने मामले में संचालक समेत फर्म के आठ कर्मचारियों पर मामला दर्ज कर चार को गिरफ्तार कर लिया है।

एक करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी, आरोपी संचालक समेत चार फरार
जबलपुर बुक पब्लिेकेशन के संचालक, कर्मचारी और अन्य पर धोखाधड़ी का केस दर्ज
पांच कंप्यूटर और सीसीटीवी का डीवीआर जब्त
दो माह पहले शुरू किया था कार्यालय

आठ के खिलाफ एफआईआर, कंप्यूटर जब्त
कोतवाली पुलिस ने अधारताल निवासी वरुण सिंह की रिपोर्ट पर जबलपुर पब्लिेकशन के संचालक कुमार शानू के अलावा मैनेजर अजय अग्रवाल, स्वपनिल लखेरा, अनिकेत चौरसिया, अनूप जैन, शैलेष दुबे, आनंद सिसोदिया और प्रियंका सोनी समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, आमानत में ख्यानत समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस टीम ने मंगलवार को जबलपुर बुक पब्लिकेशन के कार्यालय में जांच की। वहां से पांच कंप्यूटर और सीसीटीवी का डीवीआर जब्त किया है। पुलिस के अनुसार वरूण ने कंपनी में जमा किए पैसे वापस मांगे, तो नहीं मिले, जिसके बाद मामला उजागर हुआ।

 

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तीन हजार से अधिक की जानकारी मिली
कंप्यूटर्स की प्राथमिक जांच में पता चला है कि पब्लिकेशन से शहर के लगभग तीन हजार लोग जुड़े थे। इनमें से कई ऐसे थे, जिन्होंने ढाई हजार रुपए जमा किए थे। कई ऐसे भी थे, जिन्होंने अधिक मुनाफे के चक्कर में अधिक रकम जमा कराई थी। पुलिस डीवीआर भी खंगाल रही है, जिससे यह खुलासा हो सके कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। पीडि़तों की संख्या भी बढ़ सकती है।

मकान मालिक पर भी हो सकती है कार्रवाई
जबलपुर पब्लिकेशन जिस दुकान में संचालित होता था, उस दुकान के मालिक ने किराए पर दुकान देने के पूर्व और न ही बाद में पुलिस को इसकी जानकारी दी। न ही दुकान के किराएदार का वेरीफीकेशन कराया। ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में पुलिस मकान मालिक पर भी कार्रवाई कर सकती है।

 

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कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस पहुंचे पीडि़त
जबलपुर पब्लिकेशन द्वारा ठगी का शिकार हो चुके पीडि़त मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। सौ से अधिक पीडि़तों ने कलेक्टर से मुलाकात की बात कही, लेकिन ओमती पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक लिया। एक व्यक्ति को भीतर ज्ञापन देने भेजा गया। इसके बाद पीडि़तों का एक पक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी पहुंचा और वहां शिकायत देकर जांच की मांग की। मामले में तीन हजार से अधिक पीडि़त हैं। पुलिस जब्त किए गए कंप्यूटर से सभी के नाम पते की जानकारी जुटा रही है।

कार्यालय के बाहर जमा रहे पीडि़त
जबलपुर पब्लिकेशन के भागने की खबर के बाद कंपनी में पैसा जमा करने वाले सौ से अधिक लोग मंगलवार को कंपनी के उखरी स्थित कार्यालय पहुंचे। सुबह से दोपहर तक वहां भीड़ जमा रही। पुलिस ने पीडि़तों से बातचीत की, जिसके बाद भीड़ वहां से हटी। भीड़ को देखते हुए मंगलवार को भी उखरी में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था।
मेंबर बनाने पर पांच सौ रुपए

 

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पुलिस के अनुसार जबलपुर बुक पब्लिेकशन के संचालक और उसके कर्मचारियों द्वारा पैसा जमा करने वालों से और लोगों को कंपनी में जोडऩे की बात कही जाती थी। जब भी कोई पुराना सदस्य नए सदस्य को लाता, तो पुराने सदस्य को पांच सौ रुपए कमीशन दिया जाता था।

यह किए गए गिरफ्तार, इनकी तलाश
मामले में कोतवाली पुलिस ने मैनेजर शांति नगर निवासी अजय अग्रवाल समेत शुक्रवारी बजरिया निवास स्वपनिल लखेरा, गंगा नगर गढ़ा निवासी प्रियंका सोनी और दमोहनाका निवासी अनिकेत चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं फरार शानू समेत अनूप, शैलेष और आनंद की तलाश की जा रही है।


जबलपुर पब्लिकेशन के दो माह से संचालित होने की बात सामने आई है। कंप्यूटर व सीसीटीवी के डीवीआर खंगाले जा रहे हैं। मुख्य आरोपी शानू समेत मामले में फरार चार आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- दीपक मिश्रा, सीएसपी, कोतवाली

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