
जबलपुर। कोरोना के खतरे से बचाने के लिए सबसे पहले हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को कोविड-वैक्सीन की डोज दी जाएगी। टीका लगाने के बाद सम्बंधित व्यक्ति को अस्पताल में आधा घंटे तक निगरानी में रहना होगा। इसके लिए टीकाकरण स्थल पर ऑब्जर्वेशन रूम निर्धारित किए जाएंगे। यहां विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात रहेंगे जो, किसी प्रकार के साइड इफेक्ट पर तुरंत उचित इलाज सुनिश्चित करेंगे। यह जानकारी बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से आए पर्यवेक्षकों ने क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं कार्यालय में आयोजित कार्यशाला में स्वास्थ्य अधिकारियों को दी।
जिले में पहले चरण में टीकाकरण के लिए 21,468 व्यक्तियों का पंजीयन
कोविड वैक्सीन लगने के बाद आधा घंटा निगरानी, फिर 28 दिन बाद दूसरी डोज

विशेषज्ञों ने कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया, व्यवस्था सहित इस दौरान रखी जाने वाली सावधानियों की भी जानकारी दी। टीके के सुरक्षित परिवहन, रखने के तरीकों को लेकर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगने के 28 दिन बाद संबधित व्यक्ति को दूसरी डोज दी जाएगी, तब टीकाकरण पूरा होगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. शत्रुघन सिन्हा ने बताया कि जिले में पहले चरण में टीकाकरणके लिए अभी तक 21 हजार 468 व्यक्तियों का पंजीयन किया गया है। ये सभी हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर हैं। कार्यशाला में डब्ल्यूएचओ के स्टेट ऑफिसर डॉ. अभिषेक जैन, एसएमओ डॉ. जलज खरे, संयुक्त संचालक डॉ. वायएस ठाकुर, सम्भागीय समन्वयक डॉ. एसके उपाध्याय उपस्थित थे।
एसएमएस से देंगे जानकारी
पंजीकृत व्यक्ति को टीका लगने की तिथि और केंद्र की जानकारी उसके मोबाइल पर एसएमएस से मिलेगी। टीकाकरण केंद्र में इलेक्शन टीम जैसे पांच कर्मियों का समूह और बूथ होगा। केंद्र के बाहर पुलिस कर्मी तैनात होगा, जो टीका लगाने के लिए आने वाले व्यक्तियों के एसएमएस की जांच करेगा। पंजीयन की पुष्टि के बाद प्रवेश मिलेगा।
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