
जबलपुर. पूरी दुनिया जहां नए तरीके के कोरोना संक्रमण को लेकर तनाव में है उस दौर में जबलपुर से कोरोना संक्रमण की दर में बड़े पैमाने पर गिरावट दर्ज की गई है। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की दर 2.6 प्रतिशत तक पहुंच गई है जबकि इसके सापेक्ष कोरोना को मात देने वालों का प्रतिशत 95.66 प्रतिशत हो गया है। मौजूदा तनावपूर्ण माहौल में यह सुखद है। हालांकि अभी भी खतरा बदस्तूर कायम है। लिहाजा विशेषज्ञ बार-बार सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया के अनुसार चौबीस घंटे के दौरान 1 हजार 689 कोरोना संदिग्धों के सैंपल की रिपोर्ट में 2.6 फीसद की दर से कोरोना संक्रमित मरीज मिले जबकि कोरोना से स्वस्थ होने की दर 95.66 फीसद हो गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। हालांकि अब तक 236 लोग महामारी में जान गवां चुके हैं। सोमवार को 1 हजार 512 संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 420 है।
बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमित 44 नए मरीज सामने आए जबकि संक्रमण से मुक्त होने पर 41 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इस प्रकार जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 15 हजार 146 हो गई जिसमें 14 हजार 490 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना संक्रमण के मामले कम जरूर हुए हैं, पर ठंड के मौसम में सतर्कता जरूरी है। चिकित्सक कहते हैं कि ठंड के मौसम में लोग बार-बार साबुन-पानी से हाथ धोने से कतराते हैं। यह स्थिति कोरोना के खतरे को बढ़ा सकती है। इधर लोग मास्क और देह की दूरी के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण खतरा बढ़ सकता है।
इस बीच स्वास्थ्य विभाग कोरोना वैक्सीन के इंतजार में है। सरकारी अस्पतालों की कोल्ड चैन को दुरुस्त किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश करारिया ने कहा कि समूचे जिले में वैक्सीन के भंडारण की व्यवस्था की जाएगी, ताकी लोगों को टीका लगवाने के लिए भटकना न पड़े।
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