
जबलपुर. कोरोना संक्रमण थोड़ा कमजोर क्या पड़ा, प्रशासनिक लापरवाही सामने दिखने लगी है। हालांकि जिला प्रशासन के स्तर से पूरी मुस्तैदी है। लेकिन बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच-पड़ताल लगभग बंद सी हो गई है। कम से कम एयरपोर्ट का तो यही हाल है। और तो छोड़ें एयरपोर्ट आने वाले यात्रियों का तापमान तक नहीं नोट किया जा रहा है। इसमें स्वास्थ्य महकमें संग एयरपोर्ट अथारिटी भी पूरी तरह से असंवेदनशील बनी है।
बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट पर ऐसे व्यक्तियों की तैनाती की गई है जो अशिक्षित हैं। वो कर्मचारी भी खुद कुछ नहीं कर रहा बल्कि काउंटर पर एक रजिस्टर रखा है जिसे यात्रियों से भरवाया जा रहा है। एयरपोर्ट पर यात्रियों का तापमान तक चेक नहीं किया जा रहा है। इस पर नाराजगी जताने का भी कोई मतलब नहीं है। इसकी शिकायत सुनने वाला भी वहां कोई नहीं। एयरपोर्ट अथारिटी से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी भी इसमें अपनी असमर्थता जता रहे हैं। इससे यात्रियों में भय संग नाराजगी भी देखी जा रही है।
अब जबलपुर से दिल्ली जाने वाले एक यात्री का कहना था कि यात्रियों के सारे विवरण तो एयरपोर्ट अथॉरिटीज के पास हैं ही फिर ये खतरे का काम क्यों किया जा रहा है, समझ से परे हैं। एयरपोर्ट अधिकारी भी किसी तरह का कोई सहयोग नहीं कर रहे। इसे लेकर सभी यात्रियों में भय और रोष व्याप्त रहा। यह लापरवाही भारी भी पड़ सकती है।
जानकारी के अनुसार विक्टोरिया अस्पताल के एक कर्मचारी की ड्यूटी एयरपोर्ट पर लगाई गई थी जिसका काम यात्रियों के आने-जाने की जानकारी के साथ उसका तापमान मपाना था। लेकिन कर्मचारी खुद कुछ भी नहीं कर रहा बल्कि यात्रियों से ही रजिस्टर में विवरण भरावा रहा है। वह किसी यात्री का तापमान भी चेक नहीं कर रहा।
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