
जबलपुर। हरी सब्जियों की तरह आलू और प्याज के बढ़ते दामों के कारण रसोईघर में खाने का स्वाद फीका हो रहा है। नवरात्र में जिन घरों में लोग व्रत रख रहे हैं, वहीं आलू की ज्यादा खपत है। बाकी जगह इनका उपयोग कम हो गया है। शुक्रवार को आवक ठीक होने के कारण थोक बाजार में आलू की कीमत 32 से 35 रुपए किलो थी। वहीं प्याज की कीमत 44 से 55 थी। लेकिन फुटकर बाजार में कोई नरमी दिखाई नहीं दी। फुटकर में आलू 50 रुपए किलो और प्याज 60 से 70 रुपए किलो तक बिका।
बाहर से मंगा रहे
जिस प्रकार दूसरी सब्जियों के दामों में उछाल है, उसी तरह आलू और प्याज की कीमत रफ्तार पकड़ रही है। जबलपुर में प्याज नासिक और खंडवा से आ रहा है। इसी प्रकार स्थानीय किसानों के द्वारा भी बाजार में इसे बेचा जाता है। शुक्रवार को करीब 80 टन प्याज विजय नगर थोक मंडी पहुंचा। वही आलू उत्तरप्रदेश के अलग-अलग जिलों से आाता है। यह अच्छी खासी मात्रा में आ रहा है। शुक्रवार को करीब 780 टन आलू पहुंचा। इसलिए कीमत में 2 से 3 रुपए की नरमी आई।

प्याज की आवक कम
दूरी तरफ प्याज की आवक बहुत कम हो रही है। इससे कीमतों पर असर हो रहा है। कीमतों को घटने और बढऩे के कारण इसकी जमाखोरी की आशंका भी जताई जा रही है। अभी नई प्याज आने में कम से कम एक महीने का समय है। इस दौरान कीमत और बढऩे की संभावना प्याज व्यापारी व्यक्त कर रहे हैं। इसलिए जो जितना अभी इनकी निकासी रोकेगा उसे उतना मुनाफा होगा। लेकिन इस बीच आम जनता को बिना कारण ज्यादा कीमत पर इन्हें खरीदना पड़ रहा है।
ये है स्थिति
प्याज
थोक- फुटकर
40-55- 50-70
आलू
थोक- फुटकर
32-35- 40-60
आलू और प्याज की आवक मांग के अनुरूप नहीं हो रही है। इसलिए थोक की कीमत बढ़ी हैं। शुक्रवार को दामों में गिरावट आई है। आने वाले समय में स्थिति में और सुधार हो सकता है।
- धनीराम चौबे, अध्यक्ष थोक आलू-प्याज व्यापारी संघ
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