
जबलपुर। शहर में यातायात विभाग की मदद से 11 चौराहों पर लगाए गए एएनपीआर (ऑटो नम्बर प्लेट रीडिंग) कैमरों को वीडीपी (वीकल डिटेक्शन पोर्टल) से कनेक्ट कर अपराधियों पर हाईटेक निगरानी की नई प्रणाली पर पुलिस विभाग में तेजी से काम चल रहा है। कोशिश की जा रही है कि शहर के हर प्रमुख चौराहे और इंट्री व एक्जिट प्वाइंट पर इन कैमरों को लगाया जा सके। इससे किसी अपराध में शामिल वाहन हो या फिर चोरी या लावारिश मिले वाहनों का पता लगाना आसान हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार वीडीपी के बारे में हर थाना प्रभारी को पता है, लेकिन बहुत कम ही इसका प्रयोग कर रहे हैं। जबकि किसी भी थाना क्षेत्र से चोरी हुए वाहनों का डिटेल इसमें अपलोड कर दिया जाए तो उक्त वाहन जहां भी एएनपीआर कैमरों के सामने से गुजरा होगा, उसका पता चल जाएगा। यहां तक कि इसकी मदद से आरोपी को भी चिन्हित करने में मदद मिल सकती है।
थाना प्रभारी को मिला है आईडी-यूजर और पासवर्ड-
जिले के सभी थाना प्रभारी को इसका आईडी-यूजर और पासवर्ड मिला है। गूगल पर वीडीपी खोलते ही अपने आईडी-पासवर्ड की मदद से इसे ओपन कर सकते हैं। इसमें किसी अपराध में शामिल वाहन की सर्चिंग करनी हो या चोरी और लावारिश जब्त वाहनों का पता लगाना हो। इसका नम्बर सहित डिटेल इसमें इंटर करना होता है।
फैक्ट-
-विभिन्न थानों में जब्त 687 लावारिश वाहनों में 400 से अधिक वाहन स्वामियों को ढूंढ़ा
-02 माह की ट्रेवल हिस्ट्री सर्च कर सकते हैं
-01 महीने तक विशेष वाहन का एसएमएस अलर्ट सुविधा ले सकते हैं
-शहर में किसी चौराहे से कितने वाहन जिले के, प्रदेश के या दूसरे राज्यों के गुजरे उसका पता लगा सकते हैं
-अधूरे नम्बर वाले वाहनों का भी समय व तारीख के अनुसार सर्च कर सकते हैं

क्राइम कंट्रोल में महत्वपूर्ण है ये पोर्टल-
वेब आधारित इस पोर्टल में एनपीआर कैमरे के डेटा को अपलोड किया जाता है। डेटा से एमपी परिवहन से एकीकृत किया गया है। किसी वाहन की ट्रेवल हिस्ट्री देखने के साथ ही चोरी के वाहनों को ट्रेस कर सकते हैं। जिले के वाहनों की सूची। चौराहे, अन्य राज्यों से गुजरने वाले वाहन, चोरी के वाहन को लेकर एसएमएस अलर्ट और वाहन चोरी की जानकारी प्राप्त कर वीकल मालिक का पता लगा सकते हैं।
ये सुविधा है-
-किसी भी वाहन की दो महीने की ट्रेवल हिस्ट्री देख सकते हैं।
-लोकेशन पर इंटर करते ही पूरा विवरण समय, स्थान और तारीख के साथ आ जाएगा।
-वाहन की इमेज से लेकर कम्पनी और उसका मॉडल भी देख सकते हैं।
-किस थाना क्षेत्र में वाहन किस चौराहे से गुजरा ये भी पता लगेगा।
-स्टेटस में ग्रीन टिक होने का मतलब होगा कि वाहन एमपी में रजिस्टर्ड है।
-इससे वीकल स्वामी का नाम, मोबाइल नम्बर, एड्रस, रजिस्टर्ड आरटीओ का डिटेल मिलेगा।

इस तरह सर्च कर सकते हैं वीकल-
यदि किसी चौराहे या आसपास एक्सीडेंट या कोई वारदात कर वाहन से फरार हुआ है, और आप नम्बर नहीं देख पाए तो इस पोर्टल की मदद से उसे सर्च कर सकते हैं। बस चौराहा, थाना, तारीख, समय व सिटी इंटर करना होगा। इससे वहां से गुजरने वाले हर वाहन का फोटो सहित पूरी डिटेल सामने आ जाएगी। इसकी मदद से दूसरे राज्यों से गुजरने वाले वाहनों की संख्या राज्य के वाहन कोड के माध्यम से सर्च कर सकते हैं।
चोरी हुए वाहनों के लिए एसएमएस अलर्ट
इस पोर्टल की तीसरी विशेषता एसएमएस अलर्ट सुविधा है। वीकल सर्च के नीचे ही वीकल अलर्ट का फीचर दिया गया है। एसएमएस अलर्ट करने के लिए वाहन नम्बर, शहर, थाना इंटर करना होगा। फिर थाने के सीयूजी नम्बर के साथ एक अन्य मोबाइल नम्बर इंटर करना होगा। इसी पर एसएमएस अलर्ट मिलेगा। जैसे ही किसी चोरी, अपराध या एक्सीडेंट वाले वाहन किसी एएनपीआर कैमरे के सामने से गुजरेगा। सम्बंधित थाने को पूरा विवरण एसएमएस के माध्यम से पहुंच जाएगा। इसकी मदद से वह उक्त वाहन को ट्रेस कर सकता है। अपराधियों के वाहन को भी इसमें डाल कर उनका लोकेशन सर्च कर सकते हैं।
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