
जबलपुर। कोरोना संकट काल से पहले जिन रूटों पर प्रत्येक दस और 15 मिनट में एक बस चला करती थी, उस रूट पर वर्तमान में यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। इसका कारण है बस ऑपरेटर्स की मनमानी। यात्री संख्या बढऩे के बाद भी ऑपरेटर्स बसों की संख्या नहीं बढ़ा रहे हैं। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। बसों का संचालन नहीं होने पर बस ऑपरेटर्स ने आरटीओ में परमिट सरेंडर कर दिए थे। बसों का संचालन शुरू करने की बात आई तो सभी ने परमिट वापस ले लिए, इसके बावजूद बसों का संचालन नहीं हो रहा है।
इन मार्ग पर नहीं चल रहीं बसें-
वर्तमान में जबलपुर-नागपुर-जबलपुर, जबलपुर-बालाघट-जबलपुर रूट पर एक भी बस नहीं चल रही है। जिन रूट्स पर बसें चल रही हैं, वहां भी संख्या कम होने के कारण यात्रियों को निजी टैक्सी से आवागमन करना पड़ रहा है।
इन मार्ग पर बढ़ा ट्रैफिक-
पिछले कुछ दिनों से जबलपुर-डिंडोरी-जबलपुर, जबलपुर-कटनी-जबलपुर और जबलपुर-मंडला-जबलपुर रूट पर बसें भरी हुई चल रही हैं, इसके बावजूद ऑपरेटर्स बसों की संख्या नहीं बढ़ा रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी श्रमिकों और मजदूरों को हो रही है।
बसों की संख्या बढ़ाने के लिए ऑपरेटर्स से लगातार बातचीत की जा रही है। सभी परमिट लौटा दिए गए हैं। आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।
- संतोष पॉल, आरटीओ
शहर से 800 बसों का संचालन होता है। अभी विभिन्न रूट पर 25 से 30 बसें चलाई जा रही हैं।
- नसीम बेग, कोषाध्यक्ष, आइएसबीटी, बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://bit.ly/35LVmPT
#jabalpur
0 Comments