
जबलपुर। माढ़ोताल और क्राइम ब्रांच द्वारा बुधवार को आरटीओ कार्यालय के सामने से दबोचा गया अफीम तस्कर शारदा नगर निवासी रंजीत उर्फ सोनू शर्मा के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रंजीत मूलत: बिजली मिस्त्री का काम करता है। उसी की आड़ में वह पिछले दो वर्षों से शहर में अफीम बेच रहा था। उसके ग्राहकों में एक बड़ी संख्या हाईवे पर चलने वाले ट्रक ड्राइवर थे। पूछताछ में पता चला कि वह हर महीने लगभग एक से दो किलो अफीम बेच लेता था।
माढ़ोताल टीआई रीना पांडे के मुताबिक रंजीत के पास से 580 ग्राम अफीम और 5600 रुपए के साथ दो मोबाइल जब्त हुए थे। वह 10 ग्राम की पुडिय़ा बनाकर ट्रक चालकों को 600-700 रुपए में बेचता था। बताते हैं कि ट्रक चालक नींद भगाने और थकान मिटाने के लिए अफीम का सेवन करते हैं। ट्रक चालकों का एक बड़ा नेटवर्क रंजीत का बन चुका था। उसे फोन कर ट्रक ड्राइवर हाईवे पर बुला लेते थे।
मंदसौर से जुड़ा है अफीम तस्करी का नेटवर्क-
पूछताछ में पता चला है कि रंजीत को मंदसौर से अफीम लाकर सप्लायर शहर में देता था। हर बार नया चेहरा वाला व्यक्ति अफीम लाता था। उसे लैंडलाइन से फोन कर लोकेशन बताया जाता था। वहां पर 50 हजार रुपए प्रति किलो की दर से उसे अफीम मुहैया कराया जाता था।
वर्जन-
जिले में अभी गांजा व स्मैक तस्करी का ही नेटवर्क था। पहली बार अफीम की इतनी मात्रा जब्त हुई है। ट्रक ड्राइवरों को अफीम बेचे जाने की जानकारी मिली थी। इसी सूचना पर आरोपी को दबोचा गया है। अब इस नेटवर्क को तोडऩे की कोशिश करेंगे।
गोपाल प्रसाद खाण्डेल, एएसपी क्राइम
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