
जबलपुर। जिले को फिर से स्पोट्र्स की पहचान दिलाने मंगलवार को नोडल अधिकारी बनने के बाद पुलिस अधीक्षक और खेल व शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों की बैठक हुई। पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित इस बैठक में तय किया गया कि खेलों इंडिया योजना और ओलम्पिक में शामिल खेलों को प्राथमिकता देते हुए हर ब्लाक में दो खेल के विकास पर जोर दिया जाएगा। इससे अच्छे और प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की पहचान करने के साथ आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
प्रदेश शासन ने फिर से खेल एवं युवा कल्याण विभाग का नोड़ल अधिकारी एसपी को बनाया है। इससे पूर्व ये जिम्मेदारी जिला पंचायत सीईओ के पास थी। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में खेलों के विकास के सम्बंध में बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा, जिला खेल अधिकारी संतोष सिंह राजपूत, जिला परियोजना समन्वयक अजय दुबे, क्रीड़ा अधिकारी शिक्षा विभाग चंदा सोनी, विक्रम अवार्डी खिलाड़ी परमजीत सिंह उपस्थित थे।
बैठक में इसकी बनी सहमति-
-प्रत्येक विकास खण्ड में दो ऐसे खेलों का चयन किया जाएगा, जो खेलो इंडिया या ओलम्पिक में शामिल हो। जैसे तीरंदाजी, ऐथलैटिक्स, बैडमिंटन, बॉस्केटबॉल, बॉक्सिंग, फुटबॉल, जिम्नास्टिक, हॉकी, जूड़ो, शूटिंग, स्वीमिंग, वॉलीबॉल, वेट लिफ्टिंग, खो-खो, कबड्डी, कुश्ती, तलवारबाजी, रग्बी, टेबिल टेनिस, टेनिस।
-प्रशिक्षण के लिये ऐसे विद्यालयों का चयन किया जाएगा, जहां प्रशिक्षण के लिये पर्याप्त मैदान और कार्यालय व स्टोर के लिये पर्याप्त स्थान हो।
-जिला मुख्यालय स्तर पर संचालित होने वाले प्रशिक्षण केंद्रों में चार प्रचलित खेलों का चयन किया जाएगा।
-जिला स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।
-जिला स्तर पर खेल एवं युवा कल्याण विभाग का नोड़ल अधिकारी जिले के पुलिस अधीक्षकों को नियुक्त किया गया है।
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