एमपी गजब है...18 हजार लोगों का कटा चालान, 15 हजार का पता ही नहीं

जबलपुर। शहर में 11 चौराहों पर लगे आइटीएमएस से पिछले नौ महीने में 18 हजार से अधिक चालान तो हो गए, लेकिन अब सभी से जुर्माना वसूलना यातायात विभाग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। आलम ये है कि महज तीन हजार लोग ही ई-चालान मिलने पर जुर्माना भरने सामने आए। 15 हजार लोगों को विभाग तलाश रहा है। एसएमएस से ई-चालान का मैसेज भेजने के बाद सभी को नोटिस भी भेजा गया।

जानकारी के अनुसार शहर में सबसे अधिक समस्या रेड लाइट जम्प की है। जनवरी से 23 सितम्बर के बीच में हुए कुल चालान में 80 प्रतिशत के लगभग रेड लाइट जम्प करने वाले शामिल हैं। साढ़े 12 हजार चालान में महज दो हजार से ही जुर्माना जमा कराया जा सका। एक बार रेड लाइट जम्प करने पर 500 रुपए का जुर्माने का प्रावधान है। अब पेशेवर रेड लाइट जम्प करने वालों की अलग से सूची तैयार कर इनकी ड्राइविंग लाइसेंस निलम्बित करने की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

एक नोटिस पर खर्च होते हैं 32 रुपए- आईटीएमएस से वाहन स्वामियों को ई-चालान जनरेट किया जाता है। इसके बाद इसे वाहन स्वामी के घर तक पहुंचाने के लिए डाक विभाग से अनुबंध हुआ है। एक नोटिस भेजने के एवज में विभाग को 32 रुपए देने होते हैं।


शहर में बाइक पर ट्रिपल सवारी और रेड लाइट जम्पिंग एक बड़ी समस्या है। लोगों को पीए सिस्टम के माध्यम से भी चेताया जाता है। इसके आलावा स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से भी जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
- अगम जैन, एएसपी, ट्रैफिक

शहर यातायात की तीन समस्या
जनवरी से अब तक आईटीएमएस से हुए चालान में एक बात सामने आई है कि यहां बिना हेलमेट, ट्रिपल सवारी और रेड लाइट जम्पिंग एक बड़ी समस्या है। अमूमन वाहन स्वामी ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन कर रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह ये भी सामने आई है कि तीन पत्ती को छोड़ कर अन्य 10 स्थानों पर टाइमिंग डिस्प्ले न होने से भी ये समस्या आ रही है।



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