
जबलपुर. सिटी परिवहन के रूप में संचालित वाहनों में सफर के दौरान सामान, मोबाइल, पर्स, बैग आदि चोरी या भूल जाने के मामले अक्सर सामने आते हैं। कई बार चालक महिला सवारी से अभद्रता भी करते हैं। शहर में बड़ी संख्या में बच्चे ऑटो से स्कूल जाते हैं। उनकी सुरक्षा पालकों और स्कूल संचालकों के लिए चुनौती बनी रहती है। इन समस्याओं की चिंता अब स्मार्ट लोक परिवहन सेवा ऐप से दूर करने की कवायद शुरू की गई है।
ट्रैफिक डीएसपी ने दी जानकारी-
ट्रैफिक डीएसपी मयंक सिंह चौहान ने गुरुवार को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म -एक व छह पर प्रीपेड बूथ से सवारी ले जाने वाले ऑटो व कार चालकों को इसकी जानकारी दी। बताया कि सामान्य दिनों में शहर में 123 ट्रेन और 1200 बसों, पांच हजार ऑटो-ई-रिक्शा, चार हजार टैक्सी से यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं। इसमें बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज की छात्राएं, नौकरीपेशा महिलाएं शामिल हैं। उनकी सुरक्षा के लिए यह कवायद की जा रही है। ऐप में सभी वाहनों का डाटा एक प्लेटफॉर्म पर एप के माध्यम से जोड़ा जाएगा।

यह होगा
ऐप से जुडऩे वाले वाहनों को सिलिकॉन स्टीकर दिया जाएगा, जिसे वाहन के फ्रंट और पीछे वाले हिस्से में लगाना होगा। स्टीकर पुलिस के वानह में बैठी सवारी सवारी को भी दिखेगा। इसमें वाहन की सम्पूर्ण जानकारी होगी।
यहां बनेगा स्टीकर
डीएसपी चौहान ने बताया कि ऐप से जुडऩे के लिए रेलवे स्टेशन के प्री-पेड बूथ, यातायात थाना मालवीय चौक में फॉर्म प्राप्त कर मालवीय चौक स्थित यातायात थाने में दस्तावेज के साथ जमा करना होगा। वाहनों की जानकारी जिसमें वाहन मालिक, चालक, की फोटो सहित पूरी जानकारी एप पोर्टल पर अपडेट कर सिलिकान स्टीकर तैयार करेगा। वाहन चालकों को 30 सितम्बर तक दस्तावेज अपडेट कराने के लिए कहा गया है।
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