
सुप्रीम कोर्ट और एनटीए की तरफ से जेईई और नीट परीक्षा के आयोजन के बाद भी परीक्षा को लेकर विरोध लगातार जारी हैं। इसी बीच अब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार से कोरोना की स्थिति के मद्देनजर जेईई और नीट की प्रवेश परीक्षा रद्द करने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा कि इस साल को एक वैकल्पिक प्रवेश पद्धति के तौर पर उपयोग किया जाना चाहिए।
वैकल्पिक एडमिशन प्रोसेस अपनाने की अपील की
डिप्टी सीएम ने कहा है कि, ‘सरकार JEE और NEET के नाम पर लाखों छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि दोनों परीक्षाओं को तुरंत रद्द करें और एक वैकल्पिक एडमिशन प्रोसेस अपनाएं। उन्होंने आगे कहा कि, एडमिशन के लिए सिर्फ परीक्षा ही एक रास्ता है, यह एक अव्यवहारिक और रूढ़िवादी सोच को दर्शाता है। जब अन्य देशों में अलग तरीके से एडमिशन हो सकता है, तो फिर भला भारत में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है।
सुप्रीम कोर्ट खारिज की याचिका
उपमुख्यमंत्री के पहले भी कई स्टूडेंट्स और पैरेंट्स ने कोरोना के बीच परीक्षा न कराने की मांग की थी। इसको लेकर स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी। लेकिन कोर्ट ने जेईई (मेन) 2020 और NEET यूजी परीक्षाओं को स्थगित करने की याचिका खारिज करते हुए परीक्षा तय तारीखओं पर आयोजित करने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि कोरोना मामलों की संख्या में तेजी के बीच छात्रों के कीमती साल को व्यर्थ "नहीं" किया जा सकता है और जीवन को आगे बढ़ना है।
एजेंसी ने की परीक्षा तय तारीख पर होने की पुष्टि
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीते शुक्रवार को शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा था कि जेईई मेन और नीट (NEET-UG) की परीक्षाएं अपने निर्धारित शेड्यूल पर आयोजित की जाएगी। वहीं, एनटीए ने भी अपने अपने ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट कर बताया कि जेईई मेन की परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक और नीट 2020 परीक्षा 13 सितंबर को ही आयोजित की जाएगी।
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