
वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) एक प्राइवेट विश्वविद्यालय है जो तमिलनाडु के वेल्लोर में स्थित है। जी विश्वनाथन द्वारा वेल्लोर इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में 1984 में इसे स्थापित किया गया था। यहाँ छात्रों को 20 अंडर ग्रेजुएट, 34 पोस्ट ग्रेजुएट, चार इंटीग्रेटेड और चार रिसर्च प्रोग्राम में शामिल होने की सुविधा है। इस यूनिवर्सिटी के बारें में ज्यादा जानने के लिए हमने बात की वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की असिस्टेंट वाईस प्रेसीडेंट सुश्री कादंबरी विश्वनाथन से.
1. शिक्षा के क्षेत्र में वीआईटी एक जाना-माना ब्रांड है। वी आई टी में उपलब्ध विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारे में बताएं।
आज के दौर में शिक्षा का लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति को रोजगारोन्मुखी कौशल प्रदान करना तथा एक जिम्मेदार नागरिक का विकास करना है। वीआईटी आवश्यकता आधारित तथा प्रासंगिक अध्ययन पाठ्यक्रमों पर बल देता है। हमारे अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का लक्ष्य तकनीकी के प्रमुख क्षेत्रों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, साइबर फिजिकल सिस्टम, ऑटोनॉमस मोबिलिटी, वियरेबल टेक्नोलॉजी, स्मार्ट स्ट्रक्चर्स, फिन टेक, सस्टेनेबल साइबर सेफ्टी एंड सिक्योरिटी, नए पदार्थ विज्ञान, विकासात्मक अर्थशास्त्र आदि में कौशल प्रदान करना है। वीआईटी ने अकादमिक व शोध के क्षेत्र में बहुविषयक और अंतर्विषयक अवधारणा को अपनाया है ताकि विद्यार्थियों में अनुसंधानपरक तथा विभिन्न विचारों के प्रति स्वीकार्यता रखने वाला मानस विकसित किया जा सके।
2. ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया कितनी प्रभावी है और प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तारीख क्या है?
इस संकटकालीन दौर में भी वीआईटी प्रवेश प्रक्रिया के सरलीकरण की दृष्टि से देश में अग्रणी रहा है। आवेदकों की रैंक सूची बारहवीं कक्षा में पीसीएम/पीसीबी में प्राप्तांकों और जनवरी महीने के जेईई/सैट के अंकों के आधार पर तैयार की गई है। उसी आधार पर 5 अगस्त को वीआईटीईईई के नतीजे घोषित किए गए। ऑनलाइन काउंसलिंग 10 अगस्त से शुरू होकर चार चरणों में चलेगी। पहले चरण में पहली रैंक से 20000 तक की रैंक वाले आवेदकों की 10 अगस्त से काउंसलिंग शुरू होगी। दूसरे चरण की काउंसलिंग 14 अगस्त से शुरू होगी जिसमें 20001 से 60000 रैंक तक के आवेदकों को बुलाया जाएगा। 60001 से 1 लाख की रैंक वाले आवेदकों की तीसरे चरण की काउंसलिंग 18 अगस्त से शुरू होगी। चौथी और अंतिम दौर की काउंसलिंग 22 अगस्त से प्रारंभ होगी जिसमें 1लाख से अधिक रैंक वाले विद्यार्थी भाग लेंगे। ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद रैंक के आधार पर हुए सीट आवंटन के पश्चात प्रवेश प्रकिया 10 सितम्बर तक पूरी कर ली जाएगी।
ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रभावशीलता को ध्यान में रखते हुए वीआईटी ने बी. टेक प्रवेश के लिए वन स्टॉप पोर्टल विकसित किया है। इस पोर्टल के माध्यम से वीआईटी के देश के चारों परिसरों में उपलब्ध 36 पाठ्यक्रमों में प्रवेश की ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी। काउंसलिंग के समय अभिभावकों व विद्यार्थियों की शंकाओं व समस्याओं के समाधान की व्यवस्था शिक्षकों एवं विषय विशेषज्ञों के निर्देशन में वर्चुअल फैकल्टी मीट के माध्यम से की गयी है। प्रवेश टीम पाठ्यक्रमों, कैम्पस, शुल्क विवरण, सुविधाएं और अन्य विषयों से जुड़े सवालों के जवाब देगी। इसके अतिरिक्त हमारी वीआईटी भोपाल की वेबसाइट पर शिक्षकों से वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क करने का विकल्प दिया गया है। इसके जरिए आप अपने सभी सवालों के जवाब प्राप्त कर सकेंगे तथा कैम्पस में उपलब्ध सुविधाओं के 360 डिग्री एंगल तक के विजुअल देख सकेंगे।
3. आपके सभी परिसरों में प्रवेश के सन्दर्भ में वीआईटीईईई 2020 काउंसलिंग की अपेक्षित अवधि क्या रहेगी? क्या काउंसलिंग प्रक्रिया में बदलाव होगा?
जैसा कि आप जानते हैं कि वीआईटी में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों की रैंक के आधार पर काउंसलिंग 10 अगस्त से आरंभ हो रही है। रैंक 1 से 20000 तक की काउंसलिंग 10 अगस्त से शुरू होगी। 20001 से 60000 रैंक के विद्यार्थियों की दूसरे चरण की काउंसलिंग 14 अगस्त से, 18 अगस्त से तीसरे चरण की काउंसलिंग 60001 से 1 लाख तक की रैंक वाले आवेदकों के लिए होगी तथा चौथे चरण में 22 अगस्त से 1लाख से अधिक रैंक वाले विद्यार्थियों की काउंसलिंग होगी।
इस वर्ष वीआईटी की काउंसलिंग पहले की तरह नहीं होगी। इस वर्ष के काउसंलिंग कार्यक्रम के अनुसार ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया हमारी वन स्टॉप वेबसाइट के माध्यम से होगी। सभी पंजीकृत आवेदकों को लॉग इन संबंधी सूचनाएं भेज दी गई हैं। जब वे लॉग इन करेंगे तब वे अपनी रैंक देख सकेंगे तथा ऑनलाइन पोर्टल पर काउंसलिंग के लिए पंजीयन कर सकेंगे। काउसंलिंग पंजीयन शुल्क 5000+कर है, जिसकी वापसी देय नहीं है। सूचित काउंसलिंग के दिन विद्यार्थी के समक्ष उपलब्ध कैम्पस, कोर्स और फीस संबंधी विवरण उपलब्ध होगा और वह उनमें से अपनी प्राथमिकता का निर्धारण कर सकेगा। विद्यार्थी को दो दिन का समय मिलेगा जिसके भीतर वह अपनी पसंद ऑनलाइन बताएगा जिसके आधार पर सीट आवंटित की जाएगी । सीट आवंटन के तीन दिन के भीतर आवेदक को 50 प्रतिशत अग्रिम ट्यूशन फीस का भुगतान करना होगा। यह ट्यूशन फीस आवंटित श्रेणी के अनुरूप होगी तथा फीस का भुगतान वेबसाइट पर दर्शित लिंक के जरिए ऑनलाइन ही होगा। पूरी फीस का भुगतान 10 सितम्बर तक करना होगा। बुनियादी रूप से सीट का आवंटन मेरिट के आधार पर ही होगा। चाहे ऑनलाइन काउंसलिंग हो या व्यक्तिगत काउंसलिंग, दोनों में बेहतर रैंक वाले विद्यार्थी के पास बेहतर विकल्प होंगे। हम व्यक्तिगत संपर्क को भी अछूता नहीं रखना चाहते, इसलिए वेबसाइट पर हेल्पलाइन नम्बर भी दिए गए हैं। इन नम्बरों पर संपर्क कर विद्यार्थी संबंधित कैम्पस और फैकल्टी से अपने विषय संबंधी प्रश्नों का जवाब प्राप्त कर सकेंगे।
4. वीआईटीईईई प्रत्येक विद्यार्थी की पंसद रही है, आप ऐसा क्यों मानते हैं?
वीआईटीईईई अपने आप में तकनीकी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक सशक्त हस्ताक्षर है और लम्बे समय से यह देश की प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा रही है। इस वर्ष भी वीआईटी को 29 राज्यों, सभी केंद्रशासित प्रदेशों, 12 देशों व 40 मंडलों के विविध वर्गों के विद्यार्थियों से आवेदन प्राप्त हुआ है । हमें बी. टेक प्रवेश के लिए इस बार लगभग 183000 आवेदन मिले जो कि पिछले साल से करीब 15 हजार अधिक थे। ऐसा कारण है कि वीआईटी हमेशा प्रौद्योगिकी, आर्किटेक्चर, कृषि, फैशन डिजाइन, विधि, होटल प्रबंधन व डिजाइन के क्षेत्र में आवश्यकता आधारिक पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने में अग्रणी रहा है। हम विद्यार्थियों और अभिभावकों की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु तत्पर रहते हैं। वीआईटी ऐसा विश्वविद्यालय है जो प्रौद्योगिकी शिक्षा पर फोकस रखता है, लेकिन इसका आशय यह नहीं है कि अंतर्विषयक और शोध के इस युग में यह शिक्षा एवं ज्ञान की एक विशिष्ट विधा तक ही सीमित है। इसके अतिरिक्त वीआईटी की विशेषता शानदार प्लेसमेंट भी है। यहां तक कि मौजूदा महामारी के वक्त भी विद्यार्थियों को रोजगार के श्रेष्ठ अवसर व इंटर्नशिप हासिल कराने के हमारे प्रयासों में कोई कमी नहीं आई है।
5. वीआईटी भोपाल के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के विषय में बताइये।
वीआईटी का प्रभावी प्लेसमेंट रिकॉर्ड यह दर्शाता है कि उच्च प्रतिस्पर्धा वाले इस दौर में हम अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देते हैं, जो कि केवल अकादमिक स्तर तक सीमित नहीं होता बल्कि उसमें जीवनोपयोगी कौशल व मूल्य भी होते हैं। उद्योग जगत के विशेषज्ञ भी हमारी निर्णयन प्रणाली में शामिल हैं। उनके बहुमूल्य सुझाव हमें उद्योग जगत के लिए ग्रेजुएट तैयार करने में मदद करते हैं। वीआईटी नियोक्ताओं से नियमित रूप से फीडबैक लेता रहता है, जिससे हमें अकादमिक गुणवत्ता में उत्तरोतर विकास में सहायता मिलती है। कई कोर और वित्तीय कंपनियां प्रतिवर्ष वीआईटी आती हैं और विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्रदान करती हैं। नियुक्ति हमेशा मांग और पूर्ति पर निर्भर करती है। विद्यार्थी अपने सुनहरे भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन कंपनियों की ओर आकर्षित होते हैं जिनका पैकेज लुभावना होता है। आज के दौर में इस तरह के सर्वाधिक पैकेज आईटी सेक्टर के होते हैं और स्पष्टत: विद्यार्थियों की पहली पसंद भी ऐसी कंपनियां ही होती हैं। 10 फरवरी 2020 तक वीआईटी ने कुल 7408 ऑफर उपलब्ध कराए हैं, जिनमें 3375 सुपरड्रीम और ड्रीम ऑफर की श्रेणी के हैं। इनमें सर्वाधिक 41.6 लाख प्रतिवर्ष (सीटीसी) का पैकेज भी शामिल है।
इसके उपरांत जून और जुलाई महीने में लॉकडाउन के बाद भी वीआईटी देश का एकमात्र विश्वविद्यालय रहा जहां नियुक्तियों से संबंधी गतिविधियां अप्रभावित रहीं। इस दौरान हमने भर्ती प्रक्रियाएं आयोजित की और 300 छात्रों की कई एमएनसी में इंटर्नशिप के लिए नियुक्ति कराई। हमारे चारों परिसरों के लिए संयुक्त प्लेसमेंट इकाई है। वीआईटी अपने विद्यार्थियों को नियुक्ति के श्रेष्ठ अवसर उपलब्ध कराने में जी-जान लगा देता है।
6. वीआईटी के प्रशासक के रूप में आपने महामारी के दौर में इस वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया को किस तरह संभाला?
इस वर्ष की भर्ती प्रक्रिया पूर्व की प्रक्रियाओं से पूरी तरह अलग है। महामारी ने उच्च शिक्षण संस्थानों की प्रवेश प्रक्रिया को भी प्रभावित किया है। वीआईटीईईई का ऐसे समय में आयोजन नहीं हो सकता था और विद्यार्थियों का हित ही हमारी प्राथमिकता थी। प्रवेश प्रक्रिया के समय को और आगे बढ़ाने के बजाय हमने तय किया कि हम प्रवेश परीक्षा निरस्त कर बारहवीं कक्षा में पीसीएम/पीसीबी में प्राप्तांकों और जनवरी महीने के जेईई/सैट के अंकों के आधार पर रैंक सूची जारी करेंगे। विभिन्न वर्गों के आवेदकों को ध्यान में रखते हुए प्रवेश प्रक्रिया को सरल व लचीला रखा गया है। काउंसलिंग प्रक्रिया को लेकर विद्यार्थियों व अभिभावकों में अनिश्चितता है। वे एक हद तक असमंजस की स्थिति में भी हैं, क्योंकि अधिकांश लोग पहली बार ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल होने वाले हैं। लेकिन वीआईटी ने ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया को बेहद आसान कर दिया है तथा इसे यूजर फ्रेंडली बनाया है। यह ऑनलाइन काउंसलिंग प्लेटफार्म और सॉफ्टवेयर वीआईटी के सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेल ने तैयार किया है।
7. कोविड-19 के कारण परीक्षा रद्द करने के निर्णय से क्या प्रवेश संबंधी शर्तें प्रभावित हुई है?
वीआईटी को 29 राज्यों, सभी केंद्रशासित प्रदेशों, 12 देशों व 40 मंडलों के विविध वर्गों के विद्यार्थियों के आवेदन मिले हैं। हमें बी. टेक प्रवेश के लिए इस बार लगभग 183000 आवेदन मिले, जो कि पिछले साल से करीब 15 हजार अधिक हैं। चूंकि मौजूदा महामारी के कारण विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हम राष्ट्रीय स्तर वीआईटीईईई का आयोजन नहीं कर पाए हैं इसलिए हमने बारहवीं कक्षा में पीसीएम/पीसीबी में प्राप्तांकों और जनवरी महीने के जेईई/सैट के अंकों के आधार पर रैंक सूची जारी की है। प्रक्रिया को और लचीला करना पड़ा ताकि विभिन्न वर्गों के आवेदकों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आए।
8. क्या अब भविष्य ऑनलाइन कक्षाओं का ही रहेगा?
आज के समय में ऑनलाइन शिक्षा आम बात हो गई है। वर्तमान महामारी के इस दौर में शिक्षा का आयाम पूरी तरह बदल गया है। वीआईटी में सीनियर विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं मई महीने में ही शुरू हो गई थीं । महामारी की वजह से ग्रीष्मकालीन सेमेस्टर का आयोजन भी ऑनलाइन ही हुआ था। वीआईटी ऑनलाइन लर्निंग स्कूल भी संचालित करता है जिसके पास पर्याप्त संख्या में रिकार्डेड सामग्री और कुशल पेशेवरों की टीम है जो यह कार्य देखती है।
9. आपकी स्टूडियो इंटीग्रेटेड लेक्चर लैबोरेट्री आधारित क्लासरूम 4.0 की अवधारणा और अब पहली बार ऑनलाइन काउंसलिंग की शुरुआत, क्या अब यही भविष्य है?
जी हां। प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग जो कि अनुप्रयोग पर आधारित होती है, अथवा निष्कर्ष प्रधान होती है, को परम्परागत तरीके की कक्षा प्रणाली से नहीं सिखाया जा सकता है। वीआईटी भोपाल में न ब्लैकबोर्ड हैं और न ही बैक बैंचेस। स्टूडियो, जहां एकीकृत लेक्चर और लैब है, के माध्यम से हमने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की पहल की है। हमारी नवोन्मेषी शिक्षण-अधिगम (लर्निंग) प्रणाली ने डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से लर्निंग के कॉन्सेप्ट को ही बदल दिया है तथा इसके हमें उत्साहजनक परिणाम प्राप्त हुए हैं। मुझे यकीन है कि हमारी अपने तरह की ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया से हम प्रवेश प्रक्रिया के इस क्षेत्र में नया बेंचमार्क स्थापित करेंगे।
10. अधिगम (लर्निंग ) कभी नहीं समाप्त होने वाली प्रक्रिया है। क्या आपके शिक्षक नए बदलाव को अपनाने और विद्यार्थियों को नवाचार सिखाने के लिए तैयार हैं?
हमारा विजन स्पष्ट है। इस संस्थान की शुरुआत से ही हमारा लक्ष्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनना है। हम लगातार अकादमिक शोध, प्रबंधन और सुविधाओं का विस्तार करते आए हैं। जब हम कॉलेज से विश्वविद्यालय बने हमारा फोकस शिक्षण-अधिगम से अनुसंधान पर बदला। लेकिन हमने शिक्षण-अधिगम से कोई समझौता नहीं किया। हमारी फैकल्टी देश और दुनिया के नामचीन संस्थानों से शोध अनुभव प्राप्त हैं। वे शोध और अकादमिक क्षेत्र में उच्च स्तरीय मानक स्थापित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हमारे शिक्षक उद्योग जगत से सहभागिता स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो रोजगार के लिए तैयार पेशेवर विकसित करने में भी सहायक साबित होती है। हम शिक्षकों व शोधकर्ताओं को अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करते हैं। अनुसंधान अनुकूल वातावरण की वजह से वीआईटी भारत में वह संस्थान बन चुका है जिसने सर्वाधिक शोध प्रपत्र प्रस्तुत किए गए हैं। शिक्षण, अनुसंधान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भर्तियां, विद्यार्थी सेवा और सामुदायिक पहुंच के क्षेत्र में हमारे सार्थक प्रयासों के कारण से हमें प्रतिष्ठित 'इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेन्स" का दर्जा प्राप्त है।
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