
जबलपुर/ सावन के शुभारम्भ पर शहर का अभिषेक करने वाले मेघों ने माह की विदाई पर मल्हार किया। श्रावण मास के आखिरी सोमवार को सुबह से ही आसमान पर काले बादल मंडराए। काली घटाओं के बीच दोपहर को बूंदाबांदी शुरू हो गई। दोपहर बाद करीब तीन घंटे में लगभग एक इंच पानी बरसा। श्रावण मास लगभग पूरा सूखा निकलने के बाद आखिरी दिन हुई बारिश से त्योहार के दौरान मौसम खुशनुमा बना रहा। शहर सहित आसपास में बारिश से नमी भरी हवा चली। उमस-गर्मी से बेचैन लोगों को शीतल हवा के झौंके ने राहत दी। इस बार श्रावण मास में भले ही बादलों की मेहरबानी कम हुई हो, लेकिन बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए सिस्टम से अब भाद्रपद में अच्छी बारिश की आस है।
तीन घंटे में करीब एक इंच बारिश, गर्मी-उमस से राहत
डेढ़ डिग्री लुढक़ा पारा
सोमवार को सुबह से बादलों का डेरा होने से उसम बढ़ी। न्यूनतम तापमान में करीब डेढ़ डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। लेकिन नमी भरी हवा और दोपहर में बारिश से पारे में गिरावट आयी। मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार रविवार को न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस था। सोमवार को न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री रेकॉर्ड हुआ। अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री दर्ज हुआ। यह सामान्य से दो डिग्री ज्यादा बना रहा। पश्चिमी हवा छह किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली।
यह है स्थिति
- 24.2 मिमी बारिश सोमवार को दोपहर बाद शहर में हुई।
- 159.9 मिमी वर्षा श्रावण मास के दौरान इस साल हुई है।
- 330.7 मिमी कुल बारिश इस सीजन में अभी तक हुई है।
- 426.4 मिमी वर्षा 3 अगस्त तक पिछले साल दर्ज हुई थी।
ट्रफ लाइन नीचे आने से बारिश
मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार हिमालय के तराई क्षेत्र में ऊपर की ओर निकल गई द्रोणिका नीचे की ओर आने से बारिश वाले बादल सक्रिय हो गए हैं। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके प्रभाव से सम्भाग में सोमवार को बारिश हुई है। आसमान में काले बादल अभी कुछ बनें रह सकते हैं।
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