
जबलपुर . मझौली पुलिस की ओर से पिछले दिनों रिमांड पर लिए गए एटीएम में ब्लास्ट कर लूट करने वाले गिरोह के तीन आरोपियों जागे उर्फ जागेश्वर पटेल, परम लोधी, छोटू उर्फ नितेश पटेल से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। आरोपी नकली नोट भी छापने लगे थे। इसी नकली नोट के जरिए दमोह पुलिस उन तक पहुंची थी।आरोपियों ने इसके कागज और मशीन की खरीदी पर लाखों रुपए खर्च किए थे।
एएसपी शिवेश सिंह बघेल ने बताया कि दमोह पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान गैंग लीडर खजरी दमोह निवासी देवेंद्र पटेल के घर से तीन लाख रुपए नकली नोट और प्रिंटर आदि भी जब्त किया था। सिविल इंजीनियर नकली नोट छापता था और गैंग के अन्य लोग इसे मार्केट में चलाते थे। इसी नकली नोट के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंची। फिर इसी पूछताछ में इस गैंग से एटीएम ब्लास्ट की गुत्थी सुलझी।कोरोना पॉजिटिव होने के चलते दमोह अस्पताल में भर्ती कराया गया देवेंद्र पटेल वहां से नौ अगस्त की रात ही फरार हो गया। तब से उसकी तलाश जारी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस रिमांड पर लाएगी।
ये है मामला
छह जून 2019 को पाटन स्थित एटीएम में विस्फोट कर 6.83 लाख रुपए चोरी और 22 जनवरी 2020 को मझौली स्थित एसबीआई के एटीएम में लूट के प्रयास में दमोह गैंग शामिल था। मझौली पुलिस ने गैंग के जागेश्वर पटेल, परम लोधी और छोटू उर्फ नितेश पटेल को रिमांड पर लेकर आयी थी। देवेंद्र के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उक्त तीनों का भी कोरोना जांच कराया गया। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद तीनों को अभी सिहोरा उप जेल में रखा गया है।
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