दृष्टिबाधित होने पर भी बाधित नहीं होने दी सफलता की राह, कड़ी मेहनत और लगन से लगातार 5 साल प्रयास कर मदुरै की पूर्णा सुंदरी ने पाईं ऑल इंडिया रैंक 286

हाल ही में यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा- 2019 के नतीजे जारी किए। परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद से ही रोजाना देश की सबसे बड़ी और मुश्किल परीक्षा में सफलता पाने वाले कैंडिडेट की मोटिवेशनल स्टोरीज सुनने को मिल रही है।

परिवार का मिला सपोर्ट

इन्हीं होनहार उम्मीदवारों में से एक हैं, तमिलनाडु के मदुरै की रहने वाली पूर्णा सुंदरी, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2019 में ऑल इंडिया रैंक 286 हासिल की। लेकिन, परीक्षा में यह मुकाम हासिल करना पूर्णा के लिए आसान नहीं था। दृष्टि बाधित होने की वजह से सफलता के इस सफर को तय करना उनके लिए काफी मुश्किल भरा था। लेकिन परिवार की मदद से उन्होंने इस असंभव कार्य को संभव कर दिखाया।

2016 से जारी है प्रयास

पूर्णा की इस सफलता के पीछे उनके सेल्स एग्जीक्यूटिव पिता और हाउस वाइफ मां का बड़ा योगदान हैं। पूर्णा ने बताया कि उनके माता-पिता दोनों चाहते थे कि वह आईएएस अफसर बनें। अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता को दिया। हालांकि, इसके लिए पूर्णा को काफी लंबा सफर तय करनौ पड़ा। दरअसल, पूर्णा ने चौथे प्रयास में यह परीक्षा क्रैक की। वह 2016 से ही इस परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। अपनी मेहनत और लगन से सफलता पाने वाली पूर्णा आज उन सब लोगों के लिए एक मिसाल है जो अपनी कमियों या बार-बार मिली असफलता से निराश होकर हार मान लेते हैं।

829 उम्मीदवार चयनित

वहीं इस रिजल्ट की बात करें तो परीक्षा में कुल 829 उम्मीदवारों का चयन हुआ, जिसमें प्रदीप सिंह ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल किया। इस साल परीक्षा में 304 जनरल, 78 ईडब्ल्यूएस, 251 ओबीसी, 129 एससी और 67 उम्मीदवार एसटी वर्ग से चयनित किए गए।



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Meet Purna Sundari of Madurai who is visually impaired scored All India Rank 286th in UPSC 2019, after 5 years of hard work and perseverance


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